Vidhan Sabha Chunav 2023: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर जंग शुरु हो गई है. फेसबुक, ट्विटर पर नेताओं के पोस्ट की बाढ़ आ गई. कोई भाजपा पार्टी पर तंज कस रहा है तो कोई कांग्रेस पर. अब हाल ही में दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है, जिससे सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है.
एमपी के नगरीय प्रशासन/विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच शुरू की. इस मामले को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा- भूपेन्द्र सिंह अकेले नहीं है. उनके साथ सीएम शिवराज और मंत्रियों की भी जांच करनी चाहिए. देखिए पोस्ट.
हाल ही में दिग्विजय सिंह ने विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि, भूपेन्द्र सिंह अकेले नहीं है. @ChouhanShivraj व अधिकांश मंत्री पर भी माननीय लोकायुक्त को जाँच शुरू करना चाहिए. दिग्गी के इस पोस्ट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं. आइए देखते हैं यूजर्स की प्रतिक्रिया.
दिग्विजय सिंह के इस पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि, अब कम वक्त बचा है, चला चली की बेला है, अपनी सरकार में इन लुटेरों को बेपर्दा करना.
दूसरे यूजर ने लिखा, शिवराज सरकार में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं। और BJP कभी भ्रष्टाचारियों का साथ नहीं देती. यदि जाँच में कुछ गड़बड़ी मिलेगी तो अवश्य एक्शन होगा. पर दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी है, जो अपने युवराज को सिर्फ पूछताछ से बचाने के लिए सड़कों पर लेट गए.
एक अन्य यूजर ने दिग्विजय के पक्ष में कमेंट करते हुए लिखा कि, भाजपा मंत्री के खिलाफ सबसे अच्छा ट्वीट. दरअसल, एमपी के नगरीय प्रशासन/विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ लोकायुक्त ने आय से अधिक संपत्ति मामले में जांच शुरू की. विगत दिनों कांग्रेस ने मंत्री भूपेंद्र सिंह पर पद और प्रभाव का इस्तेमाल कर बेहिसाब संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाए थे. जबकि मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के आरोपों को तथ्यहीन बताया था.
एक अन्य यूजर ने दिग्गी के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, कांग्रेस कहते हैं एजेंसी बीजेपी के इशारे पर काम करते हैं या अब जब बीजेपी के नेता की जाच हो रहे हैं, तो एजेंसी सही एच अच्छे शुद्ध डबल स्टैंडर्ड कहते हैं.
एक और यूजर ने कांग्रेस के पक्ष में कमेंट करते हुए लिखा कि, लोक आयुक्त भी आहट पहचान गये हैं, कांग्रेस आ रही है. वहीं दूसरे ने लिखा- कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने बाबुओं अधिकारियों के कहने में आकर शिवराज के मंत्रियों को विधानसभा तक में क्लीन चिट न दिलवाई होती और शिवराज से मित्र धर्म न निभा व्यापम की जांच ढंग से करवा दी होती. भाजपाई की अनेक भ्रष्टाचार की फाइलों, सीडी को दबाकर ब्लैकमेल की राजनीति न की होती तो ..
ट्रेन्डिंग फोटोज़