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नई दिल्ली: मौजूदा दौर में बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra shastri) की चर्चा चारों तरफ चल रही है. कभी वो हिंदू राष्ट्र (Hindu Rashtra) बनाने की बात करते हैं, तो कभी अपने चमत्कार की वजह से सुर्खियों का हिस्सा बन जाते हैं. अब चुनावी साल में ये चर्चा शुरू हो गई है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री किस राजनैतिक पार्टी के साथ हैं? इसे लेकर अफवाहों का बाजार भी गर्म है, तो वहीं इन अफवाहों पर धीरेंद्र शास्त्री ने अब पूर्ण विराम लगा दिया हैं.
दरअसल हाल ही में बागेश्वर धाम के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से एक वीडियो शेयर हुआ है. जिसमें पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने साफ कह दिया है कि वो किसी भी राजनैतिक पार्टी के साथ नहीं है. उन्होंने काह कि इस तरह की भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पूज्य सरकार ने मिडिया से किया अनुरोध बागेश्वर धाम को किसी भी पार्टी से न जोड़ा जाए | bageshwar dham sarkarhttps://t.co/RKCXh00In6
— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) March 4, 2023
कांग्रेस की प्रचार की खबर हुई थी वायरल
गौरतलब है कि हाल ही में सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग तेजी से वायरल हुई थी. जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस और कमलनाथ के समर्थन में बागेश्वर धाम सरकार पदयात्रा करेंगे. इस कटिंग को शेयर करते हुए बागेश्वर सरकार ने खंडन भी किया था.
यह खबर पूर्णतः ग़लत और भ्रामक है...
पूज्य गुरुदेव बागेश्वर धाम सरकार ना किसी राजनीतिक पार्टी के पक्ष में हैं और ना रहेंगे.. गुरुदेव भगवान की सिर्फ एक ही पार्टी है "हनुमान जी की पार्टी" जिसका झंडा है "भगवा ध्वज"….ये ख़बर बागेश्वर धाम को बदनाम करने की साजिश है… pic.twitter.com/dvQZWyGf1N— Bageshwar Dham Sarkar (Official) (@bageshwardham) March 3, 2023
किसी पार्टी से न जोड़ा जाए
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि बागेश्वर धाम पीठ और बागेश्वर सरकार को किसी पार्टी के साथ नहीं जोड़ जाए. उन्होंने कहा कि वो केवल सनातन धर्म का ही समर्थन करते हैं. इसलिए उनकी प्रार्थना है कि राजनैतिक दल से ने जोड़ा जाए.
शिवराज और कमलनाथ पहुंचे थे
बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ बागेश्वर धाम के दरबार में अर्जी लगवाने पहुंचे थे. जिसके बाद से ही बाबा को लेकर कई राजनैतिक दावे किए जा रहे थे. हालांकि कमलनाथ और शिवराज की तरफ से कोई भी टिप्पणी नहीं की गई थी.