क्या मप्र विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा 'भारत जोड़ो' यात्रा का असर ? क्या हो सकती है इसकी वजह
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क्या मप्र विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा 'भारत जोड़ो' यात्रा का असर ? क्या हो सकती है इसकी वजह

MP Politics News: मध्य प्रदेश की राजनीतिक भूमी पर इस समय नजर डालें तो चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आने वाले विधानसभा चुनाव में क्या असर पड़ सकता है और इसकी वजह क्या रहेगी. डालते हैं एक नजर 

क्या मप्र विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा 'भारत जोड़ो' यात्रा का असर ? क्या हो सकती है इसकी वजह

MP Assembly Election 2023: आने वाले  साल यानि 2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, जिसे लेकर सभी पार्टियां अपना दमखम लगाने अभी से जुट गई हैं. देखा जाए तो चुनाव भाजपा और कांग्रेस के इर्द-गिर्द ही घूमता नजर आ रहा है, क्योंकि अगर हम राज्य के पिछले विधानसभा चुनावों को देखें तो सत्ता के शीर्ष पर महज दो ही पार्टियां भाजपा और कांग्रेस काबिज हो पाई हैं. ऐसे में इस बार भी यही आकलन किया जा रहा है कि भाजपा और कांग्रेस में से ही कोई एक पार्टी मध्य प्रदेश की कुर्सी हासिल करेगी. हालांकि आम आदमी पार्टी भी राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अपने प्रत्याशी उतार सकती है. फिलहाल ये अंदाजा लगाना जल्दबाजी होगी कि आप पार्टी कितनी विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारेगी. खैर इस समय चर्चा का मुद्दा ये है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आने वाले विधानसभा चुनाव में क्या असर पड़ सकता है और इसकी वजह क्या रहेगी. 

एमपी में भारत जोड़ो यात्रा के 12 दिन
सितंबर में कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की, जो कन्या कुमारी से लेकर कश्मीर तक पैदल निकली है. 7 सितम्बर को कन्याकुमारी से शुरू हुई यात्रा को मध्य प्रदेश में काफी प्यार मिला. यात्रा भारत के 12 राज्यों से होकर उत्तरी कश्मीर तक जाएगी. हाल में ही इस यात्रा के 100 दिन भी पूरे हुए है जिसके बाद से ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह सांतवें आसमान पर है, लेकिन इस यात्रा का मध्य प्रदेश विधानसभा में क्या असर पड़ सकता है, इसे जानते है विस्तार के साथ .

एमपी विधानसभा सभा चुनाव पर भारत जोड़ो यात्रा का असर 
कांग्रेस पार्टी ने भारत जोड़ो यात्रा से मप्र के आगामी विधानसभा चुनाव में लोगों को साधने की भरपूर कोशिश की. यात्रा की शुरूआत से कांग्रेस पार्टी दावा कर रही है कि वो सभी जाति धर्म के लोगों को एक साथ लेकर चल रही है. इसका उदाहरण मध्य प्रदेश में भी दिखा. राहुल ने एक तरफ महू जाकर एसीएटी समुदाए को साथ जोड़ा दूसरी तरफ महाकाल की नगरी में रुक कर सवर्णों का दिल जीता. यात्रा को मिले जनसमर्थन से लग रहा है कि थोड़ा ही सही पर इस यात्रा के चलते कुछ वोटबैंक कांग्रेस की झोली में बढ़ेंगे.इस समर्थने के बाद से कांग्रेस शिवराज सरकार को भी लगातार घेरती हुई नजर आ रही है. कांग्रेस पार्टी ये भी आरोप लगा रही है कि भाजपा सिर्फ हिन्दू और मुस्लिम की राजनीति करती है और पार्टी की कोशिश रहती है कि दोनों सम्प्रदाय आपस में लड़ते रह जाए. वहीं कांग्रेस पार्टी इससे परे है उसका उद्देश्य सभी धर्म - सम्प्रदाय के लोगों को साथ लेकर चलना है और इसी विचारधारा के साथ पार्टी मध्य प्रदेश में चुनाव लड़ने जा रही है. कांग्रेस के इस दावे को भारत जोड़ो यात्रा ने कुछ हद तक सही भी साबित कर दिया है. 

'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय'
मध्य प्रदेश की जनता को ये दिखाने की कोशिश की जा रही है कि वो 'सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय' के रास्ते पर चल रही है. हाल में ही हिमाचल में कांग्रेस को मिली जीत से पार्टी का उत्साह आसमान पर है तो गुजरात जीत के बाद भाजपा भी जोश से लबरेज है. कांग्रेस ये भी दावा कर रही है यात्रा को मिल रहे प्यार से पता चल रहा है कि उसकी सरकार मध्य प्रदेश में बनने जा रही है. लेकिन कांग्रेस की राह आसान नहीं होगी क्योंकि भाजपा में जोतिरादित्य सिंधिया के आने के बाद से पार्टी को और मजबूती मिल गई है.

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