भोपाल में बना देश का पहला साधु संतो का ब्यूटी पार्लर, अद्भुत है ये ब्रेडिंग स्टूडियो
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भोपाल में बना देश का पहला साधु संतो का ब्यूटी पार्लर, अद्भुत है ये ब्रेडिंग स्टूडियो

Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में एक ऐसा स्टूडियो है जहां पर साधु संतों की लटाओं को संवारा जाता है. यह देश का पहला ब्रेडिंग स्टूडियो (first braiding studio) है जहां पर ये काम किया जाता है. इसको आर्टिस्ट करिश्मा शर्मा चलाती हैं. उन्होंने क्यों बनाया इसे जानते हैं.

भोपाल में बना देश का पहला साधु संतो का ब्यूटी पार्लर, अद्भुत है ये ब्रेडिंग स्टूडियो

First Braiding Studio in MP: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) का साधु संतो से काफी गहरा नाता है. यहां के धार्मिक स्थलों पर साधुओं की तादात देखने को मिलती है. प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में देश का पहला ब्रेडिंग स्टूडियो बना है जहां पर साधु संतों की जटाएं संवारी जाती है. यह स्टूडियो करिश्मा शर्मा चलाती हैं. यहां पर बीते डेढ़ सालों में 40 से अधिक साधु संत अपनी जटाओं को सही कराने पहुंचे हैं. क्या है इसकी खासियत जानते हैं.

इस वजह से शुरू हुआ स्टूडियो
कहते हैं कि 'मन चंगा तो कठौती में गंगा' ये कहावत आर्टिस्ट करिश्मा शर्मा के लिए एकदम फिट बैठती है. उनके दिमाग ये ब्रेडिंग स्टूडियो शुरू करने का विचार तब आया जब उन्होंने जटा की लट रखना शुरू किया. वो बताती हैं कि लट रखने के बाद उन्होंने अनुभव किया किया इसका रख रखाव करना काफी कठिन होता है. 

इसके बाद वो काशी उज्जैन सहित कई तीर्थस्थलों में साधुओं से मिली इस दौरान उन्होंने देखा कि साधुओं की जटाएं टूटी हुई थी. उन जटाओं को सही करने के लिए साधुओं ने सूई धागे से उसको गूंथ दिया था. उनकी परेशानी को देखते हुए करिश्मा ने ऐसा स्टूडियो खोलने का प्लान बनाया जिसमें साधुओं की जटाएं संवारी जाए.

नि:शुल्क है स्टूडियो
आर्टिस्ट करिश्मा के मुताबिक कुछ साधुओं की जटाएं वो उनके स्थान पर जा कर सही की. जिसके बाद उनके संपर्क में जितने लोगों को जटाओं में दिक्कत होती है वो इस स्टूडियों पर भेज देते हैं. इस काम के लिए उन्होंने कोई भी चार्ज नहीं रखा है. वो कहतीं है कि साधुओं के द्वारा जो भी पैसा दिया जाता है उसे वो आशीर्वाद मानकर रख लेती हैं.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि साधु संत अपनी लटों को नदियों की रेत से धोते हैं. जटा-जूट रखने वाले साधु अपनी जटाओं में पारा रखते हैं जिसकी वजह से बालों में दुर्गंध नहीं आती है. उनकी जटाओं को संवारने का काम वो कर रही हैं.

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