बाबरी विध्वंस मामले में जयभान पवैया के धुल गए ‘दाग’, परिवार ने श्री राम को किया याद
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बाबरी विध्वंस मामले में जयभान पवैया के धुल गए ‘दाग’, परिवार ने श्री राम को किया याद

बाबरी विध्वंस मामले में  28 साल बाद सीबीआई कोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, जयभान सिंह पवैया  और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को केस में बाइज्जत बरी  कर दिया है.

 पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया ( फाइल फोटो )

ग्वालियर/ शैलेंद्र सिंह: बाबरी विध्वंस मामले में  28 साल बाद सीबीआई कोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह, जयभान सिंह पवैया  और उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को केस में बाइज्जत बरी  कर दिया है. कोर्ट फैसले से बाबरी विध्वंस मामले में प्रमुख आरोपी बजरंग दल के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष और मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया भी बरी हो गए हैं. जिसके बाद उनके परिवार वालों और समर्थकों में खुशी की लहर है सभी ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी.

सीबीआई कोर्ट के फैसले पर जयभान सिंह पवैया ने खुशी जताई है. पवैया के घर पर समर्थकों और रामभक्तों का तांता लग गया. लोग उन्हें फूल-माला देकर खुशी मना रहे थे. वहीं जय भान सिंह पवैया के पिता का कहना है कि जब जयभान यहां से गए तो उनके मन में तमाम तरह की शंकाएं थी कि कहीं उनको सजा ना हो जाए लेकिन उन्हें प्रभु श्री राम और हनुमान पर पूरा भरोसा था कृपया सब अच्छा करेंगे और उसी के अनुरूप फैसला आया.उनके भाई और समर्थकों का भी कहना है कि यह करोड़ों लोगों के स्नेह का परिणाम है कि आज सभी आरोपी बाइज्जत बरी हुए हैं, जब वो ग्वालियर आएंगे तो उनका भव्य स्वागत किया जाएगा. 

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आपको बता दें कि इस केस में सीबीआई ने कुल 49 लोगों को अभियुक्त बनाया था. इनमें बाला साहब ठाकरे और अशोक सिंघल समेत 17 आरोपियों की मौत हो चुकी है. मामले में कुल 351 गवाहियां हुईं, करीब 600 से अधिक दस्तावेजी साक्ष्य पेश किए गए. सीबीआई ने 2500 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी. अदालत का फैसला भी करीब 2000 पन्नों का है. इस केस के स्पेशल जज सुरेंद्र कुमार यादव जिला जज, लखनऊ के पद से 30 सितंबर, 2019 को सेवानिवृत्त हो गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बाबरी विध्वंस का फैसला सुनाने तक सेवा विस्तार दिया था. इस मामले में फैसला सुनाने के साथ ही वह रिटायर हो गए. वह इस केस में वर्ष 2015 से सुनवाई कर रहे थे.

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