मध्य प्रदेश में कांग्रेस की राह हुई आसान, ज्योतिरादित्य के नाम पर सहमत हुए कमलनाथ
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मध्य प्रदेश में कांग्रेस की राह हुई आसान, ज्योतिरादित्य के नाम पर सहमत हुए कमलनाथ

कांग्रेस नेता कमलनाथ बोले- 'अगर सिंधिया को कांग्रेस का चुनावी चेहरा या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष घोषित किया जाता है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं' (File pic)

इंदौरः वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा कि मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ कांग्रेस की ओर इस पद के दावेदार की घोषणा सही समय पर की जायेगी. इस बयान से संकेत मिलता है कि सूबे की सत्ता से पार्टी का डेढ़ दशक पुराना वनवास खत्म करने के लिये कांग्रेस किसी चेहरे को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में उतारने के फॉर्मूले पर आगे बढ़ रही है. कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मैं मानता हूं कि हमें शिवराज के मुकाबले एक चुनावी चेहरा उतारने की जरूरत है. सही समय पर उस नेता के नाम की घोषणा हो जायेगी." उन्होंने दोहराया कि इस चेहरे के रूप में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम पर वह राजी हैं.

  1. शिवराज के खिलाफ कांग्रेस समय आने पर तय करेगी सीएम प्रत्याशी
  2. 'कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है, ज्योतिरादित्य के नाम नहीं आपत्ति'
  3. 'हमारे पास साल भर बचा है. हम कांग्रेस की कमजोरियों को मिलकर दूर करेंगे'

कमलनाथ ने कहा, "मैं पहले भी बोल चुका हूँ कि अगर सिंधिया को कांग्रेस का चुनावी चेहरा या प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष घोषित किया जाता है, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी." उन्होंने कहा, "कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. हम सभी कांग्रेस नेता मिलकर काम कर रहे हैं और हमारा लक्ष्य मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाकर आम जनता को राहत पहुंचाना है." कमलनाथ ने हालांकि कहा कि सूबे के अगले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को अपने अभियान में तेजी और मजबूती लाने की जरूरत है.

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उन्होंने कहा, "हमारे पास साल भर बचा है. हम कांग्रेस की कमजोरियों को मिलकर दूर करेंगे. प्रदेश के मतदाता मूर्ख नहीं हैं. भाजपा विकास की झूठी तस्वीर पेश कर आम जनता को भरमा नहीं सकती." कमलनाथ, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह की जारी नर्मदा परिक्रमा में शामिल होने के लिये पश्चिमी मध्यप्रदेश पहुंचे थे. उन्होंने कहा कि दिग्विजय की इस 3,300 किलोमीटर लंबी नर्मदा परिक्रमा का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अपने दृढ संकल्प के कारण इस पैदल यात्रा पर निकले हैं.

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