‘ओमिक्रॉन’ के कहर पर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक
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‘ओमिक्रॉन’ के कहर पर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक

प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ देश में इस वैश्विक महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा की और भावी कदमों के बारे में चर्चा की. बता दें ओमिक्रॉन की संक्रामकता के मद्देनजर देश में कोविड रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की मांग भी उठ रही है.

‘ओमिक्रॉन’ के कहर पर पीएम मोदी ने की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक

नई दिल्ली: यह उच्चस्तरीय बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत में ‘ओमिक्रॉन’ के 236 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 104 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं. 

  1. पीएम मोदी ने की वर्तमान स्थिति की समीक्षा
  2. ओमिक्रॉन को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक
  3. भावी कदमों पर हुई चर्चा

प्रधानमंत्री की हाई लेवल मीटिंग

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ के देश में बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक कर महामारी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ देश में इस वैश्विक महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा की और भावी कदमों के बारे में चर्चा की.

क्या कहते हैं आंकड़े ?

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत में ‘ओमिक्रॉन’ के 236 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 104 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए. ये मामले 16 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में सामने आए. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय(Union Health Ministry) ने बृहस्पतिवार को बताया कि महाराष्ट्र में ‘ओमिक्रॉन’ वेरिएंट के सबसे अधिक 65 मामले, दिल्ली में 64, तेलंगाना में 24, राजस्थान में 21, कर्नाटक में 19 और केरल में 15 मामले सामने आए हैं.

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ओमिक्रॉन डेल्टा की तुलना में तीन गुना ज्यादा संक्रामक

केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से कहा था कि कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट इसके डेल्टा वेरिएंट की तुलना में कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक है. और आपात कालीन संचालन केंद्रों(emergency operations centers) को सक्रिय किए जाने के साथ ही जिला और स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित रोकथाम कार्रवाई की जानी चाहिए. 

रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव(Union Health Secretary) राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी. 

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बूस्टर डोज देने की मांग

पत्र में उन उपायों पर प्रकाश डाला गया है, जिन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के शुरुआती संकेतों के साथ-साथ चिंता बढ़ाने वाले वेरिएंट ओमिक्रॉन का पता लगाने के लिए उठाए जाने की आवश्यकता है. ओमिक्रॉन की संक्रामकता के मद्देनजर देश में कोविड रोधी टीके की बूस्टर डोज देने की मांग भी उठ रही है. कई देशों में बूस्टर डोज दी भी जा रही है. 

(इनपुट- भाषा) 

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