Bageshwar Baba पर फिर क्यों छिड़ा 'संग्राम'? इस कानून का हवाला देकर हो रहा विवाद
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Bageshwar Baba पर फिर क्यों छिड़ा 'संग्राम'? इस कानून का हवाला देकर हो रहा विवाद

Dhirendra Shastri Latest News: धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) का दरबार आज से मुंबई में लग रहा है और अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति इसका विरोध कर रही है. पुलिस ने आयोजकों को नोटिस भी दे दिया है.

Bageshwar Baba पर फिर क्यों छिड़ा 'संग्राम'? इस कानून का हवाला देकर हो रहा विवाद

Dhirendra Shastri Mumbai Darbar: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्ववर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) का आज (शनिवार) से मुंबई में दो दिन का दरबार लग रहा है. इस बीच, अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की शिकायत पर पुलिस ने आयोजकों को नोटिस भेजा है. मुंबई में धीरेंद्र शास्त्री के दो दिन के दरबार के कार्यक्रम को अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने रोकने की मांग की है. ठाणे में धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम को लेकर आयोजकों को मीरा रोड पुलिस ने सीआरपीसी (CrPC) की धारा 149 के तहत नोटिस भेजा है. वहीं दूसरी तरफ कार्यक्रम स्थल पर बागेश्वर बाबा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थकों का हुजूम जुट रहा है. धीरेंद्र शास्त्री का ये दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि बाबा के इस कार्यक्रम को लेकर आयोजकों को नोटिस मिल चुका है.

बाबा के दरबार के आयोजकों को नोटिस

बागेश्वर बाबा के दरबार से जुड़े बड़े अपडेट ये हैं कि बाबा के कार्यक्रम पर आयोजकों को नोटिस मिला है. कार्यक्रम के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने की बात कही गई है. ये भी कहा गया है कि किसी बयान से लोगों की भावनाएं आहत ना हों. बयानों को लेकर आयोजक भी ख्याल रखें. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने शिकायत की है.

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने की शिकायत

पुलिस की तरफ से बाबा का दरबार सजाने वाले आयोजकों को नोटिस दिया गया है और कहा गया है कि व्यवस्था की जिम्मेदारी उनकी भी है. इससे पहले बागेश्वर बाबा के खिलाफ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति पुलिस थाने पहुंची. अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम का विरोध करते हुए मीरा रोड पुलिस स्टेशन को एक लेटर लिखा.

धीरेंद्र शास्त्री की इस बात पर है आपत्ति

इस लेटर में अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने कहा कि बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम पर पुलिस रोक लगाए. धीरेंद्र शास्त्री के यूट्यूब विडियो में कई बार यह देखने को मिला है कि वो जादू-टोना करते हैं. मंत्र पढ़कर बीमारी ठीक करते हैं. यह सब अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली हरकते हैं. महाराष्ट्र में (ड्रग्स एंड मजिक रेमेडीज एक्ट 2013) कानून लागू है ऐसे में कोई अगर अंधविश्वास फैलाने के काम करता है तो उसे ऐसे कार्यक्रम लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.

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