बढ़ती उम्र के साथ गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं होने लगती है, जिसके लिए सुबह की सैर को उपयोगी माना गया है. गठिया की समस्या को दूर करने के लिए हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट तक मध्यम गति से की जाने वाली शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लेना चाहिए.
Nikita Chauhan
Aug 17, 2023
2. डिप्रेशन-
इन दिनों लोगों में सबसे बड़ी बीमारियों में डिप्रेशन को माना जा रहा है. इसे मूड डिसऑर्डर भी कहते हैं. इस परेशानी को दूर करने के लिए सुबह की सैर प्रभावशाली हो सकती है.
3. अच्छी नींद-
दिनभर थकान और तनाव अक्सर नींद को छीन लेता है, जिसकी वजह से शरीर को आराम नहीं मिलता है. अगर रोजाना सुबह की सैर की आदत डाल ली जाए तो रात रात को अच्छी नींद आएगी. मॉर्निंग वॉक नींद की अवधि को बढ़ाने का काम करती है.
4. त्वचा की चमक-
शारीरिक गतिविधि (व्यायाम) से शरीर में ऑक्सीजन की प्रतिक्रिया बढ़ती है, जिससे त्वचा की कोशिकाएं को सुरक्षा मिलती है. इसी के साथ सुबह की सैर प्राकृतिक रूप से बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करके त्वचा की चमक बनाए रखने में मददगार साबित हो सकती है.
5. कोलेस्ट्रॉल-
रोजाना नियमित रूप से मॉर्निंग वॉक करने से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को रोका जा सकता है.
6. तनाव से मुक्ति-
सुबह की सैर तनाव दूर करने में मदद करता है. मॉर्निंग वॉक से मस्तिष्क में रक्त का संचालन बेहतर होता है और मूड भी सही बना रहता है, जिससे तनाव को कम करने में मदद मिलती है.
7. थकान-
सुबह घूमने से शारीरिक की थकान दूर करने में मदद करता है. मांसपेशियों में कमजोरी और सामान्य शारीरिक संतुलन बनाए रखने में भी बाधा उत्पन्न करती है, जिससे थकान होने लगती है. मॉर्निंग वॉक शारीरिक थकान को दूर करने में भी मदद कर सकती है.
8. वजन-
गलत खान-पान और खराब जीवनशैली मोटापे का एक बड़ा कारण बन सकता है. इसलिए आहार में बड़ा बदलाव किए बिना सुबह की सैर वजन घटाने में मदद कर सकती है.
9. हृदय स्वास्थ्य-
हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए मॉर्निंग वॉक मददगार साबित हो सकता हैं. सुबह की नियमित सैर से हृदय संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद करता सकती है.
10. मधुमेह-
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए सुबह की सैर काफी जरूर है. सैर करने से शारीरिक गतिविधि अपनाने से टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम 20 से 30 फीसदी तक कम होता है.