Delhi Crime News: 4 हजार रुपये के लिए एडवोकेट के ऑफिस में फायरिंग, मुंशी की मौत
Advertisement

Delhi Crime News: 4 हजार रुपये के लिए एडवोकेट के ऑफिस में फायरिंग, मुंशी की मौत

Delhi Crime News: दिल्ली में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं. वहीं तुगलकाबाद में एक एडवोकेट के ऑफिस में मात्र 4000 रुपये के लिए बदमाशों ने फायरिंग कर दी. इस दौरान एक शख्स की मौत हो गई.

 

Delhi Crime News: 4 हजार रुपये के लिए एडवोकेट के ऑफिस में फायरिंग, मुंशी की मौत

Delhi Crime News: साउथ ईस्ट दिल्ली के गोविंदपुरी थाना इलाके के तुगलकाबाद एक्सटेंशन में गाड़ी से आए हमलावरों ने फायरिंग कर दी. इस दौरान एडवोकेट के मुंशी की मौत हो गई. बताया गया है कि मात्र 4000 रुपये को लेकर एडवोकेट के ऑफिस में झगड़ा हो गया. इसके बाद बदमाशों ने फायरिंग कर दी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच पूरे मामले की जांच में जुट गए.

ये भी पढ़ें: Karnal Crime News: छात्र का अपहरण कर उतारा मौत के घाट, पुलिस ने शुरू की जांच

तुगलकाबाद एक्सटेंशन गली नंबर 5 में बीती रात तकरीबन 10 बजकर 30 मिनट के करीब 6 के संख्या में आए बदमाशों ने एडवोकेट सुशील कुमार गुप्ता के ऑफिस में घुसकर ताबड़तोड़ तीन फायरिंग की. इसमें एडवोकेट सुशील कुमार गुप्ता के मुंशी अनस, जिसकी उम्र 21 वर्ष है, उसकी गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई. 

एडवोकेट सुशील कुमार गुप्ता के पिता विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि रात 10 बजकर 30 मिनट के करीब 6 की संख्या में बदमाश मेरे बेटे के दफ्तर में घुस जाते हैं. इसके बाद मेरे बेटे से मिलने आए क्लाइंट से हाथापाई शुरू कर देता है. इस दौरान जब मेरे बेटे ने बीच-बचाव किया तो बदमाशों ने मेरे बेटे पर फायरिंग कर दी तभी मेरा बेटा झुक गया और गोली मुंशी का कार्य कर रहे अनस को जा लगी. वही इसमें एक युवक का हाथ भी टूट गया है, जिसे एम्स (AIIMS) ट्रामा सेंटर भेजा गया था.

विजय कुमार गुप्ता ने आगे जानकारी देते हुए वकील के पिता ने बताया कि मेरे बेटे का एक क्लाइंट है, जिसका तुगलकाबाद गली नंबर 36 में हुक्का बार और जिम का संचालन होता है. वह मेरे बेटे एडवोकेट सुशील कुमार गुप्ता को फोन करके मिलने आता है. इसी दौरान उसका पीछा करते हुए काले रंग की गाड़ी से जिस पर एमपी का लोगों लगा हुआ है और गाड़ी हरियाणा नंबर की है, जिसमें से 6 से 7 की संख्या में युवक निकलते हैं. मेरे घर के फर्स्ट फ्लोर पर मेरे बेटे का ऑफिस है, जहां पहुंचकर सभी बदमाश युवक मेरे बेटे से मिलने आए, क्लाइंट से मारपीट शुरू कर देते हैं तभी एडवोकेट सुशील कुमार के द्वारा बीच-बचाव किया जाता है. इसी दौरान उन पर फायरिंग की जाती है, जिसमें गोली उन्हें न लगकर उनके मुंशी अनस को लग जाती है, जिसकी मौके पर ही मौत हो जाती है, हालांकि इस दौरान हम लोगों ने चार युवकों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया है. वहीं दो युवक मौके से फरार हो गए हैं.

वहीं इस पूरी घटना पर साउथ-ईस्ट के डीसीपी राजेश देव ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि 7 अप्रैल की रात 11 बजकर 51 मिनट पर पुलिस को कॉल मिली थी, जिसमें कहा गया था कि "गोली चलाई गई है और एक व्यक्ति को लगी है, जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि टीए- 128, गोविंदपुरी प्रथम तल, अधिवक्ता सुशील गुप्ता का कार्यालय है जहां फायरिंग हुई है.

क्रेटा से आए थे आरोपी
पुलिस ने देखा कि एक अनस अहमद को गोली लगी थी और उसे मजीदिया अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया था. मौके पर हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई एक काली हुंडई क्रेटा, जिसका पंजीकरण नंबर एचआर 58 डी 7400 था. गोलीबारी की घटना के बाद मौके पर जनता द्वारा क्षतिग्रस्त और टूटी हुई गाड़ी पाई गई थी.

डीसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पता लगदा कि सुशील गुप्ता के एक ग्राहक, जफरूल का सैयद मुक्कीम रजा के साथ 4000 रुपये की मामूली राशि को लेकर पैसों को लेकर विवाद चल रहा था. जफरूल ने सुशील गुप्ता को हस्तक्षेप करने के लिए कहा और फिर कथित अंकित, मुकीम, वरुण और गुलाम मोहम्मद बातचीत के लिए सुशील गुप्ता के कार्यालय पहुंचे. दो अन्य लोगों के साथ एक परिचित अमित मंदरा भी आया था. 

जनता ने पकड़ा आरोपी को
वहीं सुशील गुप्ता के कार्यालय में झगड़ा हो गया और हंगामा सुनकर कई स्थानीय लोग सुशील गुप्ता के कार्यालय पहुंचे. भीड़ को देखकर वरुण बिधूड़ी उर्फ ​​बिन्नू ने कार्यालय में कई गोलियां चलाईं, जिसमें से एक गोली अनस अहमद को लगी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई. गुलाम एमडी को जनता ने पकड़ लिया और पीटा गया. इसके बाद में उन्हें एम्स ट्रॉमा में भर्ती कराया गया.

एक आरोपी फरार
अमित बिधूड़ी मुकीम रजा व वरुण छत के रास्ते से फरार हो गए. पुलीस के द्वारा मौके पर पहुंचकर छत पर तलाशी शुरू की गई और 2 घंटे से अधिक समय के बाद स्थानीय पुलिस ने अंकित और मुकीम को एक इमारत की छत पर छिपे हुए पकड़ा. जनता ने 3 अन्य व्यक्तियों योगेश खटाना, रितेश खटाना और नवीन भाटी को भी हमलावरों के सहयोगी समझकर पीटा. हालांकि वे केवल तमाशबीन थे और सैंट्रो कार यूपी 16 एएक्स 2044 में आए हुए थे. वहीं इस कार को भी जनता ने तोड़ दिया था. पूरे मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं वरुण की तलाश जारी है.

Input: Hari Kishore Sah

Trending news