रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर कर वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को घेरा, जानें पूरा मामला
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रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर कर वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को घेरा, जानें पूरा मामला

Varun Gandhi Tweet: सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों को नैतिक रूप से जिम्मेदार ठहराते हुए, भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर किया है. आइये आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है.

रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर कर वरुण गांधी ने अपनी ही पार्टी को घेरा, जानें पूरा मामला

Varun Gandhi Tweet Unnao Video: भाजपा सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी को कठघरे में खड़ा कर दिया है. वरुण गांधी ने एक रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर कर सरकारी अधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों को नैतिकता पाठ पढ़ाया है. साथ ही भाजपा पर सवाल भी दागा है. यूपी के उन्नाव के इस वीडियो में एक बच्ची को फीस न जमा होने पर परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया. वरुण गांधी ने इसके लिए नैतिक रूप से सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए रोती हुई बच्ची का वीडियो शेयर किया है.

वरुण गांधी ने ट्वीट किया वीडियो

उन्होंने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि इस बेटी के आंसू लाखों बच्चों के दर्द को दिखाते हैं, जिन्हें फीस न देने पर अपमान सहना पड़ता है. यह सुनिश्चित करना हर जिले के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी है कि आर्थिक तंगी बच्चों की शिक्षा में बाधा न बने. उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार से भी जवाब मांगा. उन्होंने निजी संस्थानों पर निशाना साधते हुए कहा कि मानवता को भूलना नहीं चाहिए. शिक्षा कोई व्यवसाय नहीं है.

उन्नाव के बांगरमऊ का मामला

वीडियो उन्नाव के बांगरमऊ के पास टोला नामक एक गांव का है, जहां छात्रों को स्कूल के गेट के बाहर रखे जाने के बाद फूट-फूट कर रोते हुए देखा गया था. इन बच्चों की परीक्षा छूट गई थी. छठीं क्लास में पढ़ने वाले एक छात्र अपूर्व सिंह ने कहा कि मैंने (स्कूल प्रबंधन से) कहा था कि पापा आज फीस लेकर आएंगे, लेकिन उन्होंने हमें बाहर कर दिया.

जानें क्या है पूरा मामला

एक स्थानीय भाजपा नेता ने बाद में बाल विद्या मंदिर स्कूल में बच्ची का अक्टूबर से मार्च (3,000 रुपये) का बकाया चुकाया. जनता के दबाव के बाद, स्कूल प्रबंधन ने भी कहा कि फीस भुगतान की स्थिति के बावजूद इन छात्रों को मंगलवार को छूटी हुई परीक्षा देने का मौका मिलेगा. यह तुरंत पता नहीं चल पाया कि बाकी छात्र किस कक्षा में थे और उनका कितना बकाया था. सितंबर के बाद से कम से कम 10 छात्रों ने ट्यूशन फीस नहीं भरी थी. वे स्कूल के बाहर खड़े थे और रो रहे थे. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. इसमें स्कूल प्रबंधक के हवाले से कहा गया है कि इन छात्रों के लिए छूटी हुई परीक्षा फिर से आयोजित की जाएगी.

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