हिंदू धर्म में गीता, कृष्ण और महाभारत के सभी पात्रों खासकर पांडवों का स्थान बहुत ऊंचा है. पांडवों के पिता का नाम पांडु था. वे प्रतापी कुरुवंशिय राजा थे. पांडु की दो पत्नियां थीं- कुंती तथा माद्री. युधिष्ठिर, भीम तथा अर्जुन की माता कुंती थी और नकुल एवं सहदेव माद्री के पुत्र थे.

Apr 12, 2023

युधिष्ठिर पांच पांडवों में सबसे बड़े भाई थे. वो भाला चलाने में निपुण थे और वे कभी झूठ नहीं बोलते थे. इन्होंने अपना शक आरंभ किया था जिसे युधिष्‍ठिर संवत् कहते हैं.

भीम या भीमसेन पाण्डवों में दूसरे स्थान पर थे. वे पवनदेव के वरदान स्वरूप कुन्ती से उत्पन्न हुए थे. सभी पाण्डवों में वे सर्वाधिक बलशाली और श्रेष्ठ कद-काठी के थे एवं युधिष्ठिर के सबसे प्रिय सहोदर थे.

अर्जुन पांडवों में तीसरे स्थान पर थे. कृष्ण और बलराम की बहन सुभद्रा, नाग कन्या उलूपी , पांचाल नरेश द्रुपद की पुत्री द्रौपदी और मणिपुर नरेश की पुत्री चित्रांगदा इनकी पत्नियाँ थीं. वो अपनी धनु विद्या के लिए प्रसिद्ध थे.

नकुल और सहदेव, दोनों माता माद्री के असमान जुड़वा पुत्र थे, जिनका जन्म दैवीय चिकित्सकों अश्विन के वरदान स्वरूप हुआ था.

सहदेव महाभारत में पांच पांडवों में से एक और सबसे छोटे थे. वह माता माद्री के असमान जुड़वा पुत्रों में से एक थे.सहदेव त्रिकालदर्शी थे. वे परशु अस्त्र के निपुण योद्धा थे.

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