फिल्म विशेषज्ञों के अनुसार किसी भी निःवस्त्र सीन की शूटिंग से पहले कलाकार से लिखित और मौखिक सहमति ली जाती है. यह सुनिश्चित किया जाता है कि कलाकार पर कोई दबाव न हो और वह सहज महसूस करे.
PUSHPENDER KUMAR
Nov 21, 2024
इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर की भूमिका
आजकल सेट पर इंटीमेसी कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए जाते हैं. यह विशेषज्ञ कलाकारों और निर्देशक के बीच संवाद स्थापित करते हैं और शूटिंग के दौरान उनकी भावनात्मक और शारीरिक सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.
सीमित टीम के साथ शूटिंग
ऐसे सीन की शूटिंग के दौरान सेट पर केवल आवश्यक टीम मेंबर्स को ही अनुमति दी जाती है. कैमरामैन, डायरेक्टर और मेकअप आर्टिस्ट जैसे चुनिंदा लोग ही मौजूद रहते हैं.
बॉडी डबल का उपयोग
कई बार कलाकार अपनी जगह बॉडी डबल का इस्तेमाल करते हैं. ये पेशेवर कलाकार केवल ऐसे सीन की शूटिंग में विशेषज्ञ होते हैं, जिससे मुख्य अभिनेता को असहजता महसूस न हो.
विशेष कपड़ों और एंगल का प्रयोग
हालांकि सीन निःवस्त्र लगता है, लेकिन शूटिंग के दौरान कलाकार विशेष प्रकार के स्किन-कलर के कपड़े पहनते हैं. कैमरा एंगल और लाइटिंग के जरिए सीन को वास्तविक जैसा दिखाया जाता है.
सेट पर गोपनीयता का ध्यान
शूटिंग के दौरान सेट को पूरी तरह बंद कर दिया जाता है. मोबाइल फोन या कैमरे की अनुमति नहीं होती, ताकि सीन लीक न हो.
कलाकार की सहजता का ध्यान
शूटिंग से पहले और दौरान कलाकार से बार-बार पूछा जाता है कि वे सहज हैं या नहीं. अगर वे किसी भी कारण से असहज महसूस करते हैं, तो सीन में बदलाव किए जाते हैं.
कॉन्ट्रैक्ट में स्पष्ट नियम
निःवस्त्र सीन के बारे में पहले ही कॉन्ट्रैक्ट में स्पष्ट जानकारी दी जाती है. सीन के इस्तेमाल की सीमा और वितरण के अधिकार भी तय किए जाते हैं.
पोस्ट-प्रोडक्शन का काम
सीन की शूटिंग के बाद पोस्ट-प्रोडक्शन के दौरान ग्राफिक्स और स्पेशल इफेक्ट्स का उपयोग किया जाता है, ताकि कलाकार की निजता बनी रहे.
कलाकार की मानसिक सुरक्षा
ऐसे सीन के बाद कलाकारों को मानसिक रूप से सहज रखने के लिए उनकी काउंसलिंग की जाती है. सेट पर सकारात्मक माहौल बनाए रखने की कोशिश होती है.