जब भी बात मैरिज और वेडिंग की आती है तो अक्सर लोग इस बात को लेकर दुविधा में पड़ जाते हैं.
लोग विवाह को मैरिज या वेडिंग कहकर बुलाते हैं. लेकिन, इन दोनों में ही अंतर होता है.
विशेषज्ञों की मानें तो मैरिज कोई उत्सव न होकर बल्कि दो व्यक्तियों के बीच उम्रभर के लिए रिश्ता होता है.
मैरिज एक वैध संबंध होता है, जिसके तहत पति और पत्नी के बीच विवाह के माध्यम से रिश्ता बनता है.
अगर हम ये कहते हैं कि किसी की मैरिज में जा रहे हैं, तो ये कहना गलत होगा.
जिस दिन मैरिज यानि विवाह की सभी रस्में पूरे विधि विधान के साथ होती हैं, उसे ही वेडिंग कहा जाता है.
सभी रस्मों को पूरा करने के दौरान इसी दिन अपने रिस्तेदारों औप लोगों को आमंत्रित किया जाता है, जिससे विवाह में पहुंच कर लोग हमारे खुशी के पल में शामिल हो सके.
वेडिंग के दौरान वर और वधू को उनके बड़ों का आशीर्वाद भी मिल जाता है.