माइग्रेन और सिरदर्द में राहत

अपराजिता की जड़ का उपयोग माइग्रेन और सिरदर्द में फायदेमंद है. इसकी जड़ को कान पर बांधने से दर्द में तुरंत राहत मिलती है.

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 28, 2024

पेट दर्द और पाचन समस्याओं में उपयोगी

इसके बीजों को भूनकर लेने से पेट दर्द में आराम मिलता है. आयुर्वेद में इसे पाचन तंत्र के लिए प्रभावी माना गया है.

पथरी और पेशाब की समस्या

अपराजिता की जड़ की भस्म को चावल के पानी के साथ लेने से पथरी के दर्द में राहत मिलती है. यह किडनी के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है.

कान दर्द का समाधान

इसके पत्तों का लेप कान की बूट पर लगाने से कान दर्द में आराम मिलता है. यह उपाय कान के संक्रमण को भी दूर करता है.

फोड़ा-फुंसी और घाव भरने में सहायक

इसके पत्तों को सिरके के साथ पीसकर लगाने से फोड़े-फुंसी ठीक हो जाते हैं. किसी भी घाव पर इसे लगाने से संक्रमण नहीं होता है.

धन वृद्धि और समृद्धि के लिए उपाय

ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार अपराजिता के पौधे को घर की उत्तर दिशा में लगाने से धन की वृद्धि होती है. यह घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है.

पीलिया और दमा में कारगर

पीलिया में इसकी जड़ को मट्ठा के साथ सेवन करने से लाभ होता है. दमा और खांसी में इसका काढ़ा असरदार माना गया है.

गले की समस्याओं का इलाज

गला खराब या आवाज बैठ जाने पर इसके पत्तों को गोमूत्र में मिलाकर कुल्ला करने से गले की समस्याएं दूर होती हैं.

सफेद दाग के उपचार में मददगार

सफेद दाग में इसकी जड़ को पीसकर लगाने से धीरे-धीरे दाग खत्म हो जाते हैं. यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद है.

नौकरी और तरक्की के लिए टोटका

अपराजिता का पौधा नौकरी में सफलता और तरक्की के लिए भी शुभ माना जाता है. इसे घर में लगाने से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं.

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