पिछले साल तारकिशोर प्रसाद ने पेश किया था 2,37,691 करोड़ का बजट, इस बार विजय चौधरी के पिटारे से क्या निकलेगा?
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पिछले साल तारकिशोर प्रसाद ने पेश किया था 2,37,691 करोड़ का बजट, इस बार विजय चौधरी के पिटारे से क्या निकलेगा?

बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session 2023-24) आज सोमवार से शुरू होकर 5 अप्रैल तक चलने वाला है. पहले दिन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने बिहार सरकार की उपलब्धियों का बखान किया.

नीतीश कुमार

बिहार विधानसभा का बजट सत्र (Bihar Assembly Budget Session 2023-24) आज सोमवार से शुरू होकर 5 अप्रैल तक चलने वाला है. पहले दिन राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया. अभिभाषण के दौरान राज्यपाल ने बिहार सरकार की उपलब्धियों का बखान किया. राज्यपाल ने कहा कि बिहार में आज कोरोना का केवल एक सक्रिय केस और कोविड जांच राज्य में राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा है. बिहार में कोरोना पर प्रभावी कंट्रोल का दावा करते हुए राज्यपाल ने कहा, कि 15 करोड़ 72 लाख टीके लगवाए जा चुके हैं और यह भी उल्लेखनीय है कि बिहार अकेला राज्य था, जिसने कोरोना मृतकों के परिजनों को सहायता राशि दी. 

  1. पिछले साल 6 सूत्रों पर आधारित बजट हुआ था पेश 
  2. राज्य में हिंसा बढ़ने को लेकर हंगामेदार हो सकता है सत्र 

तारकिशोर प्रसाद ने पेश किया था 6 सूत्रीय बजट 

बिहार विधानसभा में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी मंगलवार को राज्य का 2023-24 का बजट पेश करेंगे. बिहार में पिछले साल यानी 2022-23 में बजट का आकार 2,37,691 करोड़ का बजट पेश किया गया था तो 2021-22 में यह आंकड़ा 2,18,302 करोड़ रुपये ही था. 2022-23 में बजट में 6 सूत्रीय प्रावधान किए गए थे और दावा किया गया था कि राज्य के विकास के लिए इन सूत्रों का अहम योगदान हो सकता है. ये 6 सूत्र थे- स्वास्थ्य, शिक्षा, निवेश, कृषि और कृषि से जुड़े क्षेत्र, आधारभूत संरचना जैसे ग्रामीण और शहरी और विभिन्न वर्गों का कल्याण.

राज्य में बढ़ी हिंसा, बजट सत्र हो सकता है हंगामेदार 

पिछली बार बीजेपी की ओर से डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने बजट पेश किया था, जबकि बीजेपी और जदयू में खटपट होने के बाद यह दायित्व इस बार विजय कुमार चौधरी पर रहेगा. देखना यह होगा कि वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी के पिटारे से क्या निकलता है. सूबे में पिछले दिनों बढ़ी हिंसा, जहरीली शराब से मौत, जातीय संघर्ष आदि को देखते हुए माना जा रहा है कि बजट सत्र हंगामेदार रहने वाला है.

 

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