Lohardaga: बॉक्साइट नगरी में बाघिन की धमक, कई मवेशियों को बनाया शिकार
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Lohardaga: बॉक्साइट नगरी में बाघिन की धमक, कई मवेशियों को बनाया शिकार

Lohardaga News: पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) वन क्षेत्र से लोहरदगा वन क्षेत्र लगा हुआ है. यह महज चालीस किलोमीटर का रास्ता है. ऐसे में बाघिन आसानी से लोहरदगा पहुंच जाती है.

 

बॉक्साइट नगरी में बाघिन की धमक (File Photo)

Lohardaga: बॉक्साइट नगरी लोहरदगा में बाघिन की धमक से ग्रामीण दहशत में हैं. बाघिन (Tigress) ने दो महीने में कई मवेशियों को शिकार बना लिया है. जानकारी के मुताबिक किस्को प्रखंड क्षेत्र के पखार पंचायत के तिसिया-सलैया और मंडुआ पाट में बाघिन ने आधे दर्जन मवेशियों को अब तक अपना शिकार बनाया है. 

पलामू टाइगर रिजर्व (Palamu Tiger Reserve) वन क्षेत्र से लोहरदगा वन क्षेत्र लगा हुआ है. यह महज चालीस किलोमीटर का रास्ता है. ऐसे में बाघिन आसानी से लोहरदगा पहुंच जाती है. जहां इसने काफी समय से आतंक मचाया हुआ है. पिछले दो माह में दो बार बाघिन के लोहरदगा के जंगल में आने की पुष्टि हुई है. जंगल में बाघिन के पंजे के निशान भी मिले हैं. 

वन विभाग ने भी बाघिन के आने की पुष्टि की है. डीएफओ अरविंद कुमार के मुताबिक पलामू टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र में पिछले 4 साल से 4 बाघ-बाघिन की गणना की गयी है. संभावना है की उन्हीं में से एक शिकार की तलाश में लोहरदगा पहुंचा हो और शिकार कर वापस चला गया हो.

बाघिन के कारण गांवों में दहशत का माहौल है. वहीं वन विभाग ने ग्रमीणों को साफ तौर पर फिलहाल जंगल से दूरी बनाए रखने और अपने मवेशियों को भी बांध कर रखने की अपील की है. 

पलामू टाइगर रिज़र्व वन क्षेत्र से लोहरदगा के जंगल में बाघिन के आगमन की पुष्टि से यह संभावना जताई जा रही है की बाघिन गर्भवती हो सकती है. और शिकार की तलाश में लोहरदगा के जंगल में आ गई हो. हालांकि जंगल के कई संभावित इलाकों में पीटीआर की टीम ने 5 कैमरे लगाए गए हैं, ताकि बाघ और बाघिन पर नजर रखी जा सके.

 

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