क्या गढ़वा में चल रहा है बालू का अवैध कारोबार? प्रतिबंध के बाद लगातार हो रहा है परियोजनाओं में प्रयोग
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क्या गढ़वा में चल रहा है बालू का अवैध कारोबार? प्रतिबंध के बाद लगातार हो रहा है परियोजनाओं में प्रयोग

आखिर हजारों करोड़ की योजनाओं में कहां से आ रहे हैं बालू? यह यक्ष प्रश्न गढ़वा जिले में बना हुआ है, जिसका जवाब न तो प्रशासन के पास हैं और न हीं सरकार के पास. जबकि बालू पर पूरी तरह से रोक हाईकोर्ट के द्वारा लगाई गई है.  हम बात गढ़वा की कर रहें हैं.

 (फाइल फोटो)

गढ़वा: आखिर हजारों करोड़ की योजनाओं में कहां से आ रहे हैं बालू? यह यक्ष प्रश्न गढ़वा जिले में बना हुआ है, जिसका जवाब न तो प्रशासन के पास हैं और न हीं सरकार के पास. जबकि बालू पर पूरी तरह से रोक हाईकोर्ट के द्वारा लगाई गई है.  हम बात गढ़वा की कर रहें हैं. यहां तीन बड़ी योजनाएं चल रही है, जबकि छोटी छोटी जिले में कई योजनाएं चल रही है.इसमें और मजे की बात है कि आखिर इन योजनाओं तक बालू पहुंच कैसे रहें है?

जेएसएमडीसी दे रहा हैं अलग जवाब

जेएसएमडीसी की बात की जाए तो उसके पास बालू का स्टॉक समाप्त हो चुका है और नई खुदाई करनी नही है. इसके बाद भी सभी योजनाओं पर बालू का प्रयोग किया जा रहा है. इसके बाद से ये सवाल उठ रहा है कि क्या बालू का अवैध कारोबार चल रहा है गढ़वा में? इस सवाल पर जिले में खनन विभाग के अधिकारी हो या उपायुक्त सभी की जुबान पर बंद है. कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. लेकिन कोई बोले या न बोले मगर सरकार को करोड़ों रूपए का राजस्व को तो घाटा जरूर लग रहा है.

इस भ्रष्टाचार का खेल जेएसएमडीसी के नाम पर खेला जा रहा है. जबकि इसके पास स्टॉक है हीं नहीं. हाईकोर्ट ने पलामू प्रमंडल मे किसी भी प्रकार के खनन पर रोक लगाया है. फिर भी मैनुअली हीं सही बालू का खनन रुकने का नाम नहीं ले रहीं ही.  जेएसएमडीसी के स्टाफ का इस पर साफ कहना है कि उन्होंने किसी बड़ी कंपनियों को बालू  नहीं है. लेकिन प्रशासन की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है. 

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