आरके सिन्हा ने कहा कि, अब भी विपक्ष नकारात्मक राजनीति से बाज नहीं आता है तो, इसका खामियाजा उसे आने वाले बिहार चुनाव में उठाना पड़ेगा.
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पटना: बिहार सरकार की तरफ से क्वारेंटाइन सेंटर पर खर्च करने के मामले पर अब बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस (Congress) ने राज्य की एनडीए सरकार से मांग की है कि, कोरोना को लेकर सरकार की ओर से खर्च की गई राशि पर श्वेत पत्र जारी किया जाए. इस पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और एनडीए (NDA) सरकार का बचाव करते हुए कहा है कि, जिस तर्ज पर विपक्ष श्वेत पत्र लाने की मांग कर रहा है, उसे यह समझना चाहिए कि पलायन के लिए असल में जिम्मेदार कौन है.
आर के सिन्हा ने कहा कि, जो मजदूर वापस लौट रहे हैं, वह स्किल्ड मजदूर हैं और उन्होंने कई गांव की तस्वीर बदल दी है. इस बीच, सिन्हा ने विपक्ष को सकारात्मक राजनीति करने की सलाह दी है और कहा है कि, नकारात्मक राजनीति का परिणाम बिहार की जनता लंबे समय तक देख चुकी है. अब भी विपक्ष नकारात्मक राजनीति से बाज नहीं आता है तो, इसका खामियाजा उसे आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav) में उठाना पड़ेगा.
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता हरखू झा ने कहा है कि, विपक्ष ने सरकार को कोरोना संकट में हर संभव मदद किया है. लेकिन जो अव्यवस्था सामने आई हैं, उसके बाद सरकार को खर्च पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. इधर, आरजेडी प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने कहा है कि, 24 लाख लोगों के लिए व्यवस्था करना बड़ी बात है.
बिहार सरकार ने पैसे खर्च किए हैं, लेकिन 16 आने का काम बिल्कुल सही हो जाएगा, ये नहीं कहा जा सकता है. इतना जरूर है कि केंद्र सरकार ने बिहार सरकार को आर्थिक मदद नहीं की है.