अश्विनी चौबे के बक्सर में लगातार बढ़ रहा है एड्स रोगियों की संख्या, जून में 18 नए मामले
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अश्विनी चौबे के बक्सर में लगातार बढ़ रहा है एड्स रोगियों की संख्या, जून में 18 नए मामले

सदर अस्पताल में कार्यरत एड्स जांच केंद्र के परामर्शी शिव कृपाल दास ने बताया कि केवल जून महीने में एचआईवी संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं.

जून में एचआईवी पॉजिटिव के 18 नए मामले सामने आए हैं.

बक्सर : केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के संसदीय क्षेत्र बक्सर में अचानक से एचआईवी पॉजिटिव लोगों की संख्या में इजाफा हो गया है. या यूं कहें कि एड्स से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. सदर अस्पताल में कार्यरत एड्स जांच केंद्र के परामर्शी शिव कृपाल दास ने बताया कि केवल जून महीने में एचआईवी संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं.

बताया जा रहा है कि संक्रमण की चपेट में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और गर्भ में पल रहे शिशु भी आ जा रहे हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है. माना जा रहा है कि प्रदेश में चमकी बुखार जैसे मामलों के बीच एड्स के मरीजों की बढ़ रही संख्या ने खतरे की घंटी बजा दी है.

एड्स नियंत्रण सोसायटी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह कहते हैं कि 'दो जून की रोटी' की जुगाड़ में बाहर कमाने जाने वाले लोग वहां से एड्स जैसी बीमारी लेकर आ रहे हैं. वे न केवल खुद इससे पीड़ित होकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि मुफ्त में परिवार को भी इस बीमारी की सौगात दे रहे हैं. जिले में ऐसे कई परिवार हैं जहां पिता से होकर यह बीमारी जन्म लेने वाले बच्चों तक जा पहुंची है. इतना ही नहीं कई मामलों में परिवार असमय काल के गाल में समा गया है.

आंकड़ों पर गौर करें तो बक्सर में वर्ष 2003 में एड्स नियंत्रण विभाग की स्थापना हुई और यहां एचआईवी पॉजिटिव मरीजों की जांच शुरू हुई. इस दौरान 16 वर्षों के सफर में यहां एड्स के सैकड़ों मरीज मिले. बीमारी से पीड़ित होने के बाद इनमें से कइयों की मौत हो गई और कई जीवन और मौत से जूझ रहे हैं. बताया जा रहा है कि अप्रैल में 18, मई में 15 और जून में अब तक 18 मरीज मिले हैं.

बक्सर में लगातार बढ़ रही एड्स मरीजों की संख्या ने लोगों की चिंता बढ़ दी है. हालांकि इससे बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता ही एक मात्र विकल्प है.