Ram Mandir Ground Report: रामनवमी से पहले कीजिए अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन
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Ram Mandir Ground Report: रामनवमी से पहले कीजिए अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन

Ayodhya Ram Mandir: रामनवमी से पहले आज हम आपको अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन कराएंगे और बताएंगे कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य कहां तक पहुंचा है.

Ram Mandir Ground Report: रामनवमी से पहले कीजिए अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन

Ram Mandir Garbh Grah: माता के नवरात्रे चल रहे हैं और 30 मार्च को रामनवमी है. इस पावन मौके पर आज हम आपको अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के गर्भगृह के दर्शन कराएंगे और बताएंगे कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर का निर्माण कार्य कहां तक पहुंचा है. ये जानने और समझने के लिए ज़ी न्यूज़ की टीम ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर की कंस्ट्रक्शन साइट से आपके लिए एक विशेष ग्राउंड रिपोर्ट तैयार की है. करीब ढाई साल में श्रीराम मंदिर का 50 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. हम आपको श्रीराम मंदिर निर्माण की लेटेस्ट और Exclusive तस्वीरें दिखाएंगे, जो आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेंगी. इस साल निर्माणाधीन राममंदिर परिसर में ही 30 मार्च को श्रीराम जन्मोत्सव का आयोजन होगा, लेकिन अगले साल की रामनवमी राममंदिर के गर्भगृह में मनाई जाएगी, क्योंकि जनवरी 2024 तक मंदिर का गर्भगृह बनकर तैयार हो जाएगा और रामलला अस्थाई गर्भगृह से मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे.

अब तक कितना बनकर तैयार हुआ है राम मंदिर

रामभक्तों के लिए अगला साल खुशखबरी लेकर आने वाला है, क्योंकि राममंदिर निर्माण का कार्य अब फुल स्पीड के साथ प्रगति पर है, जिसका जायज़ा ज़ी मीडिया की टीम ने लिया है. राम मंदिर का भूतल लगभग-लगभग बनकर तैयार हो रहा है, सिर्फ छत पड़नी बाकी है. राम मंदिर के भूतल पर सिंहद्वार के बाद नृत्य मंडप और फिर रंग मंडप, ये भी बनकर तैयार है. गृह मंडप भी बनकर तैयार हो चुका है, गृहमंडप का द्वार मकराना के मार्बल से बनाया गया है और इसमें महाराष्ट्र के सागौन की लकड़ियों से दरवाजा बनाया जाएगा, यहीं से श्रद्धालु दो लाइनों में दर्शन के लिए आगे बढ़ेंगे.

गर्भगृह के ऊपरी दीवारों पर मार्बल लगाया जा रहा है. गर्भगृह का दरवाजा 9 फुट ऊंचा और 12 फुट चौड़ा होगा. ये दरवाजा सोने का होगा. गर्भगृह वो स्थान है, जहां पर रामलला को विराजमान होना है. इस स्थान के आगे आम श्रद्धालु नहीं जा पाएंगे और इसी स्थान से रामलला के दर्शन हो पाएंगे. यहां से मूल गर्भगृह तक आगे सिर्फ पुजारी, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ही जाने की इजाजत होगी. राम मंदिर में दो परिक्रमा पथ बनाए जा रहे हैं, जिसमें से एक परिक्रमा पथ गर्भगृह का है. परिक्रमा पथ भी बनकर तैयार है और तैयारियां अंतिम चरण में हैं. गर्भगृह की परिक्रमा पुजारी ही कर पाएँगे.

2025 तक तैयार होगा पूरा राम मंदिर

वैसे तो हर रामभक्त के दिल में प्रभु श्रीराम और उनके भव्य मंदिर की छवि अंकित है और अब तो अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य राममंदिर मूर्तरूप ले रहा है । प्रभु राम की कृपा से अब कुछ ही महीनों में राम मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा. हालांकि, राममंदिर पूरी तरह बनकर वर्ष 2025 में तैयार होगा और तब राममंदिर का दृश्य कितना अलौकिक और अद्भुत होगा. मंदिर का गर्भगृह तो इसी साल बन जाएगा, जिसके बाद भक्त वहां पूजा अर्चना कर सकेंगे. रामलला को भी गर्भगृह में विराजमान कर दिया जाएगा. इसके बाद मंदिर के दूसरे और तीसरे तल का निर्माण शुरु होगा.

161 फीट होगी राम मंदिर की ऊंचाई

जब पूरा रा मंदिर बनकर तैयार होगा तो इसके शिखर की ऊंचाई 161 फीट होगी. भव्य मंदिर कुल 360 खंभों पर टिका होगा. मंदिर में कुल पांच मंडप होंगे, जिनमें कुडु मंडप, नृत्य मंडप, रंग मंडप, कीर्तन मंडप और प्रार्थना मंडप शामिल हैं. राम मंदिर के स्ट्रक्चर को इस तरह तैयार किया जा रहा है कि अगले एक हजार वर्ष इसका कुछ नहीं बिगड़ेगा. मंदिर के निर्माण में कुल 4 लाख वर्ग फीट पत्थर का इस्तेमाल होगा. सबसे खास बात ये है कि मंदिर के निर्माण में लोहे और सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है.

अयोध्या में श्रीराम मंदिर पूरी दुनिया में भारतीय स्थापत्य कला का अनुपम उदाहरण होगा और तस्वीरें भी इसकी तस्दीक कर रही हैं, जिन्हें देखकर आपको अंदाजा लग ही गया होगा कि भव्य श्रीराम मंदिर जब बनकर तैयार होगा तो कितना भव्य, कितना अद्भुत और कितना अलौकिक होगा. अब बहुत जल्द वो दिन आने वाला है, जब प्रभु श्रीराम अपने जन्मस्थान पर विराजमान होंगे और दुनिया के हर हिंदू को अपने प्रभु राम के दर्शन भव्य राममंदिर में करने का सौभाग्य प्राप्त होगा.

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर

मंदिर की सिर्फ खूबसूरती ही अद्वितीय नहीं होगी, बल्कि ये भारत का ही नहीं बल्कि दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा. अभी 12वीं शताब्दी में बना कंबोडिया का अंकोरवाट क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है. ये 8 लाख 20 हजार वर्ग मीटर में फैला है. इस मंदिर को यूनेस्को ने भी अपनी विरासत में सहेजा है. दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु का श्रीरंगनाथास्वामी मंदिर है. ये मंदिर 6 लाख 31 हजार वर्ग मीटर में फैला है.

दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर को स्वामीनारायण मंदिर भी कहा जाता है. इसका क्षेत्रफल 2 लाख 40 हजार वर्ग मीटर है और ये दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है. अयोध्या में बन रहा भव्य श्रीराम मंदिर जब बनकर तैयार होगा तो इसका क्षेत्रफल 4 लाख 85 हजार वर्ग मीटर होगा और इस तरह श्रीराम मंदिर देश का दूसरा और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा.

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