Heart Attack: कहीं हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक का संकेत तो नहीं देता है? जानिए कितना होना चाहिए नॉर्मल BP
Advertisement

Heart Attack: कहीं हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक का संकेत तो नहीं देता है? जानिए कितना होना चाहिए नॉर्मल BP

High Blood Pressure Symptoms: दुनियाभर में हो रही मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है दिल से जुड़ी बीमारी. आइए जानें कि क्या ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक सहित दिल की समस्या के खतरे की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकता है?

 

Heart Attack: कहीं हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक का संकेत तो नहीं देता है? जानिए कितना होना चाहिए नॉर्मल BP

High Blood Pressure Symptoms: दुनियाभर में हो रही मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है दिल से जुड़ी बीमारी (cardiovascular diseases). विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, दिल से जुड़ी बीमारी हर साल लगभग 17.9 मिलियन लोगों की जान ले लेते है. WHO के मुताबिक, दिल से जुड़ी बीमारी से पांच में से चार मौतें हार्ट अटैक और स्ट्रोक के कारण होती हैं. लेकिन क्या होगा अगर आपके शरीर के कुछ हेल्थ पैरामीटर इन स्थितियों की भविष्यवाणी करने में सक्षम हों? आइए जानें कि क्या ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक सहित दिल की समस्या के खतरे की भविष्यवाणी करने में मदद कर सकता है?

Blood Pressure क्या है और कितना नॉर्मल होना चाहिए-

ब्लड प्रेशर एक मापन है, जो आपके दिल के धड़कनों के दबाव को मापता है, जब वह आपके शरीर के विभिन्न हिस्सों में रक्त को पंप करता है. यह एक महत्वपूर्ण हेल्थ पैरामीटर है जो आपकी सेहत और कुछ महत्वपूर्ण रोगों के लिए महत्वपूर्ण है जैसे कि दिल की बीमारी, अस्थमा और डायबिटीज. ब्लड प्रेशर को मिलीमीटर ऑफ मरक्यूरी (mmHg) में नापा जाता है और इसे दो नंबरों के माध्यम से व्यक्त किया जाता है. पहली संख्या सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर होता है, जो दिल के धड़कनों के समय का दबाव मापता है. दूसरा संख्या डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर होता है, जो दिल के सांस लेने के समय का दबाव मापता है. नॉर्मल रेंज में, ब्लड प्रेशर के अंतर्गत सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर 90 से 120 mmHg तक होता है और डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर 60 से 80 mmHg तक होता है.

कम या ज्यादा Blood Pressure में क्या होता है?

ब्लड प्रेशर 90/60mmHg से कम हो जाए तो उसे लो ब्लड प्रेशर कहते हैं. इस लेवल में शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है जो चक्कर, कमजोरी, सिरदर्द और थकान के कारण अस्वस्थता उत्पन्न कर सकती है. ज्यादा ब्लड प्रेशर कम हो जाने से दिल की धड़कने  बढ़ सकती हैं जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है. वहीं, हाई ब्लड प्रेशर के बारे में ज्यादा सचेत रहना चाहिए क्योंकि इससे दिल की बीमारी, अधिक खून का दबाव और शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित करने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ता है. हाई ब्लड प्रेशर से शरीर के विभिन्न हिस्सों में नुकसान हो सकता है जैसे कि दिल, आंखें, किडनी और दिमाग. इसके अलावा, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का भी खतरा रहता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे

Trending news