6 साल पहले इस खास बीमारी से पीड़ित थे आयुष्मान खुराना, शेयर की अपने संघर्ष की कहानी
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6 साल पहले इस खास बीमारी से पीड़ित थे आयुष्मान खुराना, शेयर की अपने संघर्ष की कहानी

बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना ने छह साल पहले एक अजीब तरह की बीमारी का अनुभव किया. एक कॉन्क्लेव में आयुष्मान ने इस बीमारी के अनुभव को लोगों के साथ शेयर किया.

प्रतिकात्मक तस्वीर

बॉलीवुड के सुपरस्टार आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) जल्द ही अपनी आगामी फिल्म एन एक्शन हीरो नजर आने वाले हैं. इसी बीच एक मीडिया हाउस के कॉन्क्लेव में आयुष्मान ने वर्टिगो (एक तरह की बीमारी) के कारण अपने नर्व-ब्रेकिंग के अनुभव को लोगों के साथ शेयर किया. उन्होंने बताया कि मुझे छह साल पहले चक्कर आया था और उस वक्स एक फिल्म सीन के लिए मुझे ऊंची इमारतों से कूदना था. हालांकि सुरक्षा के लिए हार्नेस केबल थी, लेकिन फिर भी मुझे लगा कि कुछ हो सकता है, क्योंकि आप तेज गति से नीचे गिरते हैं. यह थोड़ा नर्वस करने वाला था.

आयुष्मान ने यह भी बताया कि वो किस तरह उस बीमारी से उभरे. आयुष्मान ने कहा कि सबसे पहले, दवा का अत्यधिक महत्व है, क्योंकि जब आप उठते हैं, तो आपका सिर घूमना शुरू हो जाता है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कैसे मेडिटेशन ने उन्हें अंदर से मजबूत किया. उन्होंने बताया कि जहां स्क्रिप्ट हमें एक ऊंची इमारत से कूदने की मांग करती है, वहां मेडिटेशन हमारी बहुत मदद करता है. अगर आप वास्तव में अंदर से शांत हैं, तो इससे बहुत मदद मिलती है.

वर्टिगो क्या है?
वर्टिगो अपने आप में एक लक्षण है और इसके कई कारण हो सकते हैं. जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति पर निर्भर करता है. यह बीमारी संतुलन या चक्कर महसूस करने की अनुभूति है, जैसे कि आप घूम रहे हैं या आपके आसपास की दुनिया घूम रही है. इसकी तीव्रता भी भिन्न हो सकती है. वर्टिगो के हमले अचानक विकसित हो सकते हैं और कुछ सेकंड या बहुत लंबे समय तक रह सकते हैं. गंभीर वर्टिगो व्यक्ति की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को बाधित कर सकता है.

वर्टिगो का क्या कारण है?
वर्टिगो अक्सर कान के अंदर की समस्या के कारण होता है. बेनाइन पैरॉक्सिज्मल पोजिशनल वर्टिगो (BPPV) भी वर्टिगो का कारण बन सकता है. यह तब होता है, जब छोटे कैल्शियम कण अपने सामान्य स्थान से अलग हो जाते हैं और कान के अंदर में एकत्र हो जाते हैं. कान के अंदर संक्रमण से भी चक्कर आ सकता है. वेस्टिबुलर नर्व की सूजन भी वर्टिगो से जुड़े संकेत पैदा कर सकती है.

वर्टिगो के लक्षण
वर्टिगो को अलग-अलग लोगों द्वारा कई, समान तरीकों से अनुभव किया जा सकता है. इसमें घूमने, झुकने या झूलने जैसी भावनाएं शामिल हैं. लोग अनबैलेंस भी महसूस कर सकते हैं या जैसे कि उन्हें एक दिशा में खींचा जा रहा हो. वर्टिगो का अनुभव करने के साथ, मरीजों में अन्य लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे कि मतली महसूस करना, उल्टी का अनुभव और असामान्य व मरोड़ती आंखें. वर्टिगो के संकेतों में सिरदर्द, पसीना आना और सुनने में कमी शामिल हैं.

वर्टिगो का इलाज
यदि आप उपरोक्त लक्षणों में से किसी का अनुभव करते हैं, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा है. उपचार के विकल्प उन लक्षणों पर निर्भर करते हैं, जो रोगी अनुभव कर रहे हैं. उदाहरण के लिए, संक्रमण के कारण वर्टिगो से पीड़ित लोगों को एंटीबायोटिक दी जाती हैं. जिन लोगों की स्थिति सिर के हिलने-डुलने के कारण शुरू होती है, उन्हें डॉक्टरों द्वारा कुछ व्यायामों की सलाह दी जाती है. वर्टिगो के लक्षणों को कम करने के लिए एंटीहिस्टामाइन भी निर्धारित किए जा सकते हैं.

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