Paurashpur Review: स्त्री-पुरुष में भेदभाव पर आवाज उठाती, एडल्ट सीन्स से भरपूर सीरीज
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Paurashpur Review: स्त्री-पुरुष में भेदभाव पर आवाज उठाती, एडल्ट सीन्स से भरपूर सीरीज

 सीरीज 'पौरुषपुर' (Paurashpur) की कहानी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर सजाई गई है जो सोलहवीं सदी के हिंदुस्तान को दिखाती है. 

Paurashpur Review: स्त्री-पुरुष में भेदभाव पर आवाज उठाती, एडल्ट सीन्स से भरपूर सीरीज

नई दिल्ली: जब शुद्ध मनोरंजन की बात आती है, तो वह प्लेटफॉर्म जो दर्शकों को विविधता प्रदान करने में कभी फेल नहीं होता है, वह है ZEE5. थ्रिलर से लेकर बोल्ड स्टोरी और लव स्टोरी से लेकर ड्रामा तक, यहां हमें सब देखने को मिलता है. अब, एक मोस्ट अवेटेड सीरीज 'पौरुषपुर' (Paurashpur) का भी प्रीमियर हो गया है. यह कहानी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर सजाई गई कहानी सोलहवीं सदी के हिंदुस्तान को दिखाती है. सदियों से महिलओं को सिर्फ शरीर ही समझा जाता रहा है तो 'पौरुषपुर' भी स्त्रियों की ऐसी ही कहानी दिखाती है जहां राजा भद्र प्रताप (अनु कपूर) के राज्य में स्त्रियां मर्दों की गुलाम हैं. 

वेबसीरीज- पौरुषपुर
कास्ट- अन्नू कपूर, मिलिंद सोमन, शिल्पा शिंदे, फ्लोरा सैनी, अनंत जोशी, पोलोमी दास, शहीर शेख, साहिल सलाथिया व अन्य
निर्देशक- सचिंद्र वत्स
स्टार रेटिंग- 2.5/5 

एक कामी राजा और उसके जुल्मों की कहानी

यह एक ऐसा राज्य है जहां की हर स्त्री एक डर के साए में है. उनके दिल और देह पर लगाम लगी है. यहां का  राजा बहुत कामी है लेकिन कमजोर भी है. इसलिए सेक्स के नाम पर उस परपीड़ा में ही मजा आता है. उसके अत्याचारों की कहानी को दिखाने में डायरेक्टर ने कई अंतरंग दृष्य दर्शकों के सामने रखे हैं. राजा के इस खूंखारपन के बाद महल की चार रानियां बारी बारी से गायब हो जाती हैं. इसके पीछे का कारण क्या है? या यह कोई साजिश है? कई सारी रानियों में से सिर्फ पटरानी मीरावती (शिल्पा शिंदे) जीवित है. वह अपनी ताकत को कायम रखने के लिए राजा की हसरतों को पूरा कराने कोई कसर नहीं छोड़ती और आए दिन नई-नई रानियों और स्त्रियों का प्रबंध करती है. लेकिन इस कहानी में ट्विस्ट लेकर आता है महल का किन्नर बोरिस (मिलिंद सोमण). लेकिन ये ट्विस्ट क्या और कैसा है इसे हम आपको नहीं बता सकते. 

अभिनय जीत लेगा दिल 

अन्नू कपूर हमेशा की तरह अपने किरदार में पूरी तरह से डूबे नजर आते हैं. उनके चेहरे पर एक अत्याचारी राजा के भाव ऐसे तैरते नजर आते हैं कि डायलॉग बोले बिना भी वह हर बात कह जाते हैं. वहीं मिलिंद सोमन ने एक बार फिर बता दिया है कि वह जो भी काम करते हैं उसे पूरी निष्ठा से निभाकर दर्शकों के साथ न्याय करते हैं. वहीं इन दो बड़े अभिनेताओं के सामने भी शिल्पा शिंदे कहीं से कहीं तक कमतर नजर नहीं आती. बाकी कलाकारों ने भी दमदार अभिनय किया है. 

कमजोर संवाद 

इस सीरीज के डायलॉग्स की बात की जाए तो ये कहानी के हिसाब से कुछ हल्के महसूस होते हैं. जो सड़क पर बिकने वाले अश्लील साहित्य की याद दिलाते से लगते हैं. पौरुषपुर के ट्रेलर ने आते ही लोगों का ध्यान खींचा था. लेकिन संवाद ने इस सीरीज का मजा कम किया है. इस 7 एपिसोड की सीरीज में स्त्री देह, कमोत्तेजक दृश्य और समलैंगिक स्त्रियों-पुरुषों के रति-प्रसंग दिखाने पर पूरा फोकस है. यह पूरी कहानी ही वासना पर केंद्रित है. 

भव्य सेट और कॉस्टयूम मोह लेंगे 

सीरीज में भव्य सेट्स और महंगे कॉस्टयूम सबसे ज्यादा आकर्षित करते हैं. महल के अंदर का इंटीरियर बेहद आलीशान है. यह भव्यता सीरीज की कहानी के मुख्य किरदार राजा भद्र प्रताप के स्वभाव को प्रतिबिंबित करती है. आपको ये भव्यता सीरीज से बांधे रखती है.  

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