Double XL Review: जरूरत तो है ऐसी कहानी की, मगर वैसे नहीं जैसे यह फिल्म बनी है
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Double XL Review: जरूरत तो है ऐसी कहानी की, मगर वैसे नहीं जैसे यह फिल्म बनी है

Size Double XL Body Shaming: मैं ऐसा ही हूं या ऐसी ही हूं... कहना और खुद भी स्वीकार करना आसान नहीं होता. समाज में खूबसूरती के अपने पैमाने हैं और लोगों की नजर आम तौर पर उन्हीं पैमानों पर सबको आंकती है. यह ठीक नहीं है. फिल्म डबल एक्सल इस बात को उठाती तो है लेकिन हल्की-फुल्की कॉमेडी के बीच गंभीरता को बरकरार नहीं रख पाती.

 

Double XL Review: जरूरत तो है ऐसी कहानी की, मगर वैसे नहीं जैसे यह फिल्म बनी है

Sonakshi Sinha And Huma Qureshi Film: यह युनिवर्सल ट्रुथ है कि इंसान हर साइज और शेप में आते हैं. लेकिन यह भी सच है कि इंसानों के अंदर एक सौंदर्यबोध होता है, जिसके आधार पर वह लोगों से भेदभाव करता है. लेकिन क्या इस तरह का भेदभाव अच्छी बात हैॽ खूबसूरती का कोई एक पैमाना नहीं है. मगर दुनिया में भी बाजार है और वह अपने हिसाब से, अपने फायदे के लिए कई चीजें तय करता है. इस लिहाज से निर्देशक सतराम रमानी की फिल्म डबल एक्सएल एक महत्वपूर्ण विषय उठाती है कि किसी के बारे कोई राय उसके लुक या उसके मोटे-पतले होने के आधार पर नहीं बनाई जानी चाहिए. हमारे जमाने का चर्चित शब्द है, बॉडी शेमिंग. किसी को उसके शरीर की बनावट के लिए चिढ़ाना, उकसाना, उस पर हंसना या या उसे शर्मिंदा करना गलत है. यह बातें अपमानजनक और असामाजिक हैं तथा दिमागी स्वास्थ्य पर भी असर डालती हैं.

सपनों का संघर्ष लंदन में
सच यही है कि दुनिया ने खूबसूरती के जो पैमाने तय कर रखे हैं, उन पर एक फीसदी लोग भी खरे नहीं उतरते. जबकि बाकी मामलों में दुनिया बहुमत पर चलती है. खूबसूरती की दुनिया में साइज जीरो और सिक्स पैक एब्स जैसी बातों का जश्न मनाया जाता है. इन्हें सौंदर्य का मानक माना जाता है. लेकिन कई लोगों की शारीरिक बनावट ही ऐसी होती है कि चाह कर, मेहनत करके भी इन पैमानों पर खुद को फिट नहीं कर सकते. डबल एक्सएल इन तमाम बातों को उठाने की कोशिश तो तो करती है, लेकिन इन्हें सफल और आकर्षक ढंग से बताने या स्थापित करने में कामयाब नहीं होती. डबल एक्सएल की कहानी मेरठ और दिल्ली से शुरू होती है. फिर सीधे लंदन पहुंच जाती है. जो हैरान करती है. क्या बॉडी शेमिंग और लड़कियों के अपने सपनों के लिए संघर्ष करने कहानी सिर्फ भारत में ही नहीं रह सकतीॽ

एक लंबा सफर
डबल एक्सएल ऐसी फिल्म है, जिसे देखने वाले की सोच में फिट होना काफी मुश्किल है. फिर चाहे वह किसी भी शेप और साइज का हो. कहानी मेरठ की रहने वाली राजश्री त्रिवेदी (हुमा कुरैशी) और दिल्ली की सायरा खन्ना (सोनाक्षी सिन्हा) की है. राजश्री स्पोर्ट्स प्रेजेंटर बनना चाहती है और सायरा फैशन डिजाइनर होकर अपना लेबल मार्केट में लाना चाहती है. परंतु दोनों का ओवरवेट होना इसमें आड़े आता है. दोनों अपने घरों से निकलती हैं और एक-दूसरे से मिलती हैं. दोनों की समस्या समान है, इसलिए वे जल्द ही एक-दूसरे की दोस्त बन जाती है और मिलकर अपने-अपने सपनों को पूरा करने के लिए चल पड़ती हैं. उन्हें इस सफर में श्रीकांत (महंत राघवेंद्र) और जोरावर रहमानी (जहीर इकबाल) मिलते हैं. जो दुनिया की तरह उन्हें उनके लुक की वजह से जज नहीं करते. यहीं से राजश्री और सायरा के सपनों की कहानी आगे बढ़ती है.

फैले नहीं पंख कहानी के
डबल एक्सएल अपने कॉन्सेप्ट में भले ही रोचक और आज की लगे, लेकिन इस कहानी का ट्रीटमेंट कतई नया या आकर्षक नहीं है. न ही इसमें उठाई गई बातों को इस अंदाज में रखा गया है कि वे देखने वाले पर असर करें. फिल्म की कहानी को विस्तार की जरूरत थी और पटकथा को कस कर लिखा जाना चाहिए था. सारा मामला बॉलीवुड स्टाइल की हल्की-फुल्की कॉमेडी का है, जो कभी बिलो-द-बेल्ट भी हो जाती है. एक समस्या यह भी है कि स्पोर्ट्स की बात करते हुए यहां सारा फोकस क्रिकेट पर है. फिल्म में आपको शिखर धवन और कपिल देव नजर आएंगे. डबल एक्सएल वैसी फिल्म है, जिसकी हमें आज के समाज में जरूरत है मगर उस तरह से नहीं, जिस तरह से यह बनी है. फिल्म की कहानी अच्छी शुरुआत के बाद अपने पंख नहीं फैला पाती और जल्द ही संवेदनाओं के दोहराव का शिकार हो जाती है. यहां पर कसी हुई एडिटिंग की जरूरत महसूस होती है.

साइज जीरो की उम्मीद
फिल्म में हुमा कुरैशी और सोनाक्षी सिन्हा, दोनों की बॉडी लैंग्वेज अच्छी है. वे लगातार एक-दूसरे की तारीफ करते हुए हौसला अफजाई में लगी रहती हैं. हालांकि कहीं-कहीं लगता है कि उनकी बातें ओवर हो रही हैं. दोनों के यह फिल्म करने की वजह संभवतः यह भी हो सकती है कि हीरोइनों से साइज जीरो की उम्मीद करने वाली इस इंडस्ट्री के साथ फिल्मी दर्शकों ने भी उन पर कभी न कभी वजन और डील-डौल को लेकर टिप्पणियां की. यह बातें निश्चित ही सबको आहत करती हैं, चाहे वह आम इंसान हो या फिर सेलेब्रिटी.

निर्देशकः सतराम रमानी
सितारेः सोनाक्षी सिन्हा, हुमा कुरैशी, जहीर इकबाल, महत राघवेंद्र
रेटिंग **

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