Amitabh Bachchan Struggle: 'जलसा' में रहने वाले अमिताभ बच्चन एक जमाने में 10x10 के कमरे में करते थे गुजारा, दो हजार रुपये से भी कम थी सैलरी
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Amitabh Bachchan Struggle: 'जलसा' में रहने वाले अमिताभ बच्चन एक जमाने में 10x10 के कमरे में करते थे गुजारा, दो हजार रुपये से भी कम थी सैलरी

Amitabh Bachchan किसी परिचय की मोहताज नहीं है. आज दुनिया के सबसे बड़े अभिनेता, अमिताभ बच्चन ने भी शुरुआत में कई बुरे दिन देखे हैं. अमिताभ बच्चन ने अपने एक ब्लॉग में इमोशनल होकर अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया...

Amitabh Bachchan Struggle: 'जलसा' में रहने वाले अमिताभ बच्चन एक जमाने में 10x10 के कमरे में करते थे गुजारा, दो हजार रुपये से भी कम थी सैलरी

Amitabh Bachchan Struggle Days: अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) को इस सदी का महानायक कहा जाता है. यह एक्टर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं और टीवी और ऐड्स से लेकर फिल्मों तक, इन्हें हर जगह देखा जा सकता है. अमिताभ बच्चन एक ब्लॉग भी लिखते हैं जो काफी पॉपुलर है और लोग इसे पढ़ने में काफी दिलचस्पी भी रखते हैं. आपको बता दें कि अमिताभ बच्चन ने हाल ही में एक ब्लॉग में इमोशनल होकर अपने स्ट्रगल के दिनों को याद किया. अमिताभ बच्चन ने अपनी दो हजार रुपये से भी कम मासिक सैलरी से लेकर 10x10 के कमरे में बिताए अपने दिनों तक, सभी के बारे में बात की. आइए हम भी जानते हैं कि आज जो सुपरस्टार 'जलसा' में रहता है, एक जमाने में किस तरह गुजारा किया करता था... 

Amitabh Bachchan कभी 10x10 के कमरे में करते थे गुजारा

अपने एक ब्लॉग में अमिताभ बच्चन ने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए कलकत्ता में बिताए अपने जीवन के बारे में अपने पाठकों को बताया. उन्होंने बताया किस तरह वो कलकत्ता में एक 10x10 के छोटे से कमरे में, सात लोगों के साथ रहा करते थे. ऑफिस खत्म होने के बाद खाना खाने के लिए बड़े जॉइन्ट्स में जाया करते थे लेकिन क्योंकि जेब में पैसे नहीं थे, वो यही उम्मीद करते रहते थे कि एक दिन यहां जा सकेंगे. 

दो हजार रुपये से भी कम थी Big B की सैलरी 

अपने इस ब्लॉग में बिग बी ने अपनी मासिक सैलरी को लेकर भी खुलासा किया. उन्होंने बताया कि 60 के दशक में उनकी हर महीने की पगार दो हजार रुपये से भी कम हुआ करती थी. वो कहते हैं कि उस समय मेनेओ कलकत्ता की ब्लैकर कंपनी (Blacker Company) में काम किया करते थे और वहां उन्हें हर महीने के लिए सिर्फ 1,640 रुपये मिला करते थे. एक ट्वीट भी उन्होंने शेयर किया जिसमें बताया गया है कि उस कंपनी में उनका आखिरी दिन 30 नवंबर, 1968 था और उनकी सैलरी 1,640 रुपये थी. आज तक उनकी फाइल ऑफिस में रखी हुई है.  

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