Pathaan: हर तरफ चली पठान की हवा, लेकिन इधर पत्ता भी नहीं हिला शाहरुख की फिल्म से
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Pathaan: हर तरफ चली पठान की हवा, लेकिन इधर पत्ता भी नहीं हिला शाहरुख की फिल्म से

Pathaan In South: पठान की तगड़ी कमाई की खबरें हैं और सोशल मीडिया पर इसे ग्लोबल हिट बताने वाले कम नहीं हैं. बावजूद इसके कि फिल्म की कथा-पटकथा कमजोर थी, इसके लिए बना माहौल कड़क था. मगर यह जानना भी जरूरी है कि हर तरफ हिट बताई जाने वाली पठान के डब वर्जन कमाल नहीं कर पाए.

 

Pathaan: हर तरफ चली पठान की हवा, लेकिन इधर पत्ता भी नहीं हिला शाहरुख की फिल्म से

Shah Rukh Khan In South: दूसरा रविवार गुजरने के साथ पठान का माहौल अब ठंडा पड़ने लगा है. धीरे-धीरे यह बात भी सामने आने लगी है कि जो कलेक्शन दिए गए, उनमें कितना ऊपर-नीचे हुआ. उसके क्या गणित हैं. किस तरह से फिल्म प्रमोशन को लोगों के इमोशन से जोड़ा गया और तमाम खेल हुए. फिल्म को लेकर ऐसा माहौल बनाया गया, जैसे हर तरफ बस पठान का जलवा है. मगर ऐसा नहीं है. पठान की ग्लोबल सक्सेस को खूब प्रचारित किया गया लेकिन आंकड़े बता रहे हैं कि साउथ में जहां तमिल-तेलुगु में डब वर्जन का हाल बुरा रहा. यही नहीं, प्रचार के दौरान कहा गया कि साउथ में निर्माता शाहरुख की सफलता से इतने प्रभावित हैं कि वे उन्हें साइन करने को आतुर हैं और केजीएफ के प्रोड्यूसरों ने तो उनके साथ काम करना तय भी कर लिया है. सच यह है कि ऐसी कोई बात नहीं है.

किसी को झटका नहीं
शाहरुख को लेकर सोशल मीडिया में खूब प्रचारित किया गया कि केजीएफ के निर्माता उन्हें साइन करने जा रहे हैं. परंतु अब निर्माता ने खुद यह बात साफ कर दी है कि ऐसा नहीं है. निर्माता विजय किर्गंदुर ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा है कि ये बातें अफवाह हैं, जो कुछ दिनों से चल रही हैं. शाहरुख या उनकी टीम से हमारी कोई बात नहीं हुई है. जब तक हमें कोई अच्छी स्क्रिप्ट नहीं मिलती, हिंदी में हमने फिल्म बनाने का भी नहीं सोचा है. किर्गंदुर ने उस प्रचार को भी गलत बताया कि पठान की सफलता से साउथ की फिल्मों को कोई झटका लगने वाला है. उन्होंने कहा कि पठान की सफलता से न तो साउथ की इंडस्ट्री में कोई फर्क पड़ेगा और न ही नॉर्थ की इंडस्ट्री को. यह सफलता सिर्फ इस लिहाज से अच्छी खबर है कि दर्शक सिनेमाघरों में वापस लौट रहे हैं.

ये है डब वर्जन का हाल
सच्चाई यह है कि पठान को भले ही ग्लोबल हिट कहा जा रहा है, तमिल और तेलुगु में इसके डब वर्जन कोई कमाल नहीं दिखा सके. साउथ की फिल्में जहां हिंदी में सौ-दो सौ करोड़ का आंकड़ा पार कर रही हैं, इन दोनों भाषाओं में पठान का कलेक्शन पहले नौ दिनों में मात्र 13.5 करोड़ रुपये ही रहा. इन आंकड़ों को देखें तो साफ है कि सोशल मीडिया पर शाहरुख कैंप ने जो देश भर में स्टार बन कर छा जाने की इमेज बनाई थी, वह पूरा सच नहीं है. तमिल-तेलुगु में पठान का कलेक्शन वहां फिल्म की स्थिति खुद ही बयान कर रहा है.

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