Sania Mirza NDA Result: टीवी मैकेनिक की बेटी की ऊंची उड़ान, बनेंगी फाइटर पायलट; होती है ये प्रोसेस
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Sania Mirza NDA Result: टीवी मैकेनिक की बेटी की ऊंची उड़ान, बनेंगी फाइटर पायलट; होती है ये प्रोसेस

fighter pilot exam process:  यूपी की सानिया देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनने वाली हैं. हालांकि भारतीय वायु सेना ने इस खबर का स्‍पष्‍टीकरण देते हुए कहा है कि वायु सेना में फाइटर पायलट बनने की मंजिल अभी दूर है. जानिए कैसे कोई फाइटर पायलट बन सकता है?     

 

Sania Mirza NDA Result: टीवी मैकेनिक की बेटी की ऊंची उड़ान, बनेंगी फाइटर पायलट; होती है ये प्रोसेस

NDA Result: उत्तर प्रदेश की सानिया मिर्जा ने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) एग्जाम को पास कर लिया है. इसी के साथ वे देश की पहली मुस्लिम महिला फाइटर पायलट बनने जा रही हैं. हालांकि उन्‍हें पायलट बनने में चार साल लगेंगे. इसकी वजह खुद भारतीय वायु सेना ने बताई है. आपको बता दें NDA की परीक्षा पास करने के बाद सेना में अधिकारी की पोस्‍ट मिलती है. इस परीक्षा में सानिया को 63वीं रैंक हासिल हुई है. सानिया के पिता एक टीवी मैकेनिक है. वे बताते हैं कि उन्‍होंने अपने बच्‍चों को पढ़ाने  के लिए 14 से 16 घंटे काम किया है. आइए जानते हैं फाइटर पायलट कैसे बना जा सकता है?         

कैसे बनते हैं फाइटर पायलट?

सानिया मिर्जा की खबर आने के बाद भारतीय वायु सेना ने बयान जारी किया है. जिसमें बताया गया है कि वायुसेना में फाइटर पायलट का कमीशन पाने के लिए किसी उम्‍मीदवार को चार साल का समय लगता है. इन 4 सालों में उम्‍मीदवार को फ्लाईंग ब्रांच की ट्रेनिंग करना पड़ती है. 

IAF की तरफ से क्‍या कहा गया? 

भारतीय वायु सेना की तरफ से बताया गया है कि NDA ज्‍वाइन करने वाले IAF Cadet (फ्लाईंग ब्रांच) को बाकी कोर्समेट्स (आर्मी और नेवी)  के साथ पहले के 3 साल में कंबाइंड ट्रेनिंग करनी पड़ती है. ऐसा इसलिए क्योंकि नेशनल डिफेंस एकेडमी  (NDA) का उद्देश्य ही तीनों सेवाओं में एक-दूसरे की बीच सहयोग को बढ़ावा देना है. इसके बाद आखिरी के 6 महीने में उम्‍मीदवारों को फ्लाईंग की बेसिक ट्रेनिंग दी जाती है.

पायलट बनने में लगेंगे 4 साल 

एयरफोर्स ने यह भी बताया है कि सानिया मिर्जा को भारतीय वायु सेना की Flying Branch में ज्वाइन करने के निर्देश मिले हैं, लेकिन उसे भारतीय वायु सेना में पायलट के पद पर कमीशन पाने में लगभग 4 साल लगेंगे. इस बीच उसे फ्लाईंग ब्रांच की ट्रेनिंग पूरी करनी होगी. इसके अलावा फाइटर पायलट के लिए जरूरी मेरिट भी हासिल करनी पड़ेगी. इसके अलावा भारतीय वायु सेना ने सानिया को भविष्य के लिए दुआएं दी हैं और कामना की है, उसका हर सपना पूरा हो. 

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