Unique UPSC Success Story: तीन दोस्तों ने साथ रहकर की पढ़ाई और बन गए IAS-IPS अफसर, पढ़िए पूरी कहानी
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Unique UPSC Success Story: तीन दोस्तों ने साथ रहकर की पढ़ाई और बन गए IAS-IPS अफसर, पढ़िए पूरी कहानी

IAS IPS Friends Success Story: तीनों दोस्तों ने एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और दुनिया को सच्ची दोस्ती की ताकत दिखाई. आइए उनकी लाइफ स्टोरीज, यूपीएससी की तैयारी की स्ट्रेटजी के बारे में जानते हैं.

Unique UPSC Success Story: तीन दोस्तों ने साथ रहकर की पढ़ाई और बन गए IAS-IPS अफसर,  पढ़िए पूरी कहानी

UPSC Civil Services Exam: आखिरी बार कब आपकी मां ने आप पर अपने बेकार दोस्तों के साथ सारा दिन खेलने के लिए चिल्लाया था? यह रोज का घरेलू झगड़ा है जो मां बेटे के बीच होता है, लेकिन क्या होगा अगर आपके दोस्त आईएएस अधिकारी बनने में आपकी मदद करें? हालांकि, 'उसके लिए आपको ऐसे दोस्त बनाने की जरूरत है,' अगर आप अपनी मां को IPS साद मियां खान, आईएएस विशाल मिश्रा और आईएएस गौरव विजयराम कुमार की यह अनूठी यूपीएससी सक्सेस स्टोरी सुनाएंगे तो वह यही कहेंगी. तीनों दोस्तों ने एक साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास की और दुनिया को सच्ची दोस्ती की ताकत दिखाई. आइए उनकी लाइफ स्टोरीज, यूपीएससी की तैयारी की स्ट्रेटजी के बारे में जानते हैं.

UPSC IAS 2022: Success Story of Three Friends
साद मियां खान दोस्तों में सबसे टॉप रैंक होल्डर हैं. उन्होंने अपने दोस्तों में 25वीं रैंक हासिल की. साद बिजनौर के रहने वाले हैं और उन्होंने विशाल मिश्रा के साथ एचबीटीआई कानपुर से बीटेक की पढ़ाई की है. वे दोनों 2007 में दोस्त बने और 2012 में सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हुए. इस जोड़ी की नई दिल्ली में तीसरे दोस्त गौरव से मुलाकात हुई, जब उन्होंने सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू की. विशाल ने बीटेक के बाद आईआईटी कानपुर से एमटेक की पढ़ाई की, जबकि साद अपनी तैयारी के लिए निकल गए. हालांकि, अलग होने के बाद भी दोनों ने टच में रहे. दूसरी ओर गौरव कुमार ने बी.ई. ऑनर्स - पीईसी यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, चंडीगढ़ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग. वह जल्द ही UPSC CSE की तैयारी के लिए दिल्ली चले गए.

साद खान ने 2013 से 2017 तक चार बार यूपीएससी सीएसई दिया और अपने पांचवें अटेंप्ट में क्वालीफाई किया. जनरल स्टडीज में पिछड़ने के कारण उन्होंने अपने चार अटेंप्ट गंवा दिए. 2017 में उन्होंने यूपीएससी मेन्स के जीएस पेपर 1 में 129 नंबरों के साथ अच्छा स्कोर किया. उनके जीएस 2, जीएस 3 और जीएस 4 के क्रमशः 120, 127 और 94 नंबर थे. उस समय उनका ऑप्शल सब्जेक्ट भूगोल था. वे अपनी तैयारी के दिनों को याद करते हैं और कहते हैं, "अपने शुरुआती अटेंप्ट में मैंने इंट्रोडक्शन और कॉन्क्लूज़न लिखने या एक विशेष उदाहरण देने या एक फिगर बनाने जैसे चेंज किए, लेकिन मैं अपने उत्तर में इस प्रोसेस को डिवेलप करके अपने उत्तरों को एक  बदलाव देने में सक्षम था." साद मियां खान ने यूपीएससी 2017 में एआईआर 25 हासिल की.

गौरव कुमार से जब उनकी तैयारी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "मैं अपने दोस्तों के साथ सभी प्लानिंग, मुद्दों और सवालों पर चर्चा करता था. उन्होंने मुझे बेहतर स्ट्रेटजी बनाने में मदद की और इस तरह मेरे लिए एक फीडबैक मैकेनिज्म के रूप में काम किया. वे मेरे जीवन में रत्न की तरह हैं, हमेशा मेरी नॉलेज बढ़ाते हैं. मेरे लिए चीजों को आसान बनाया है.

आईएएस गौरव अपने दोस्त विशाल को उनकी तैयारी के दौरान लगातार साथ देने के लिए धन्यवाद देते हैं. वह अपने पहले तीन प्रयासों में सफल नहीं हुए. "प्रारंभिक प्रयास में, मैं मेन्स एग्जाम के लिए अच्छी तरह से तैयार नहीं था और बाद के प्रयास में मैंने जनरल स्टडजी के पेपर में अच्छा स्कोर नहीं किया." गौरव कुमार ने यूपीएससी 2017 में ऑल इंडिया रैंक 34 हासिल की.

अंत में, विशाल मिश्रा हैं. विशाल मिश्रा उत्तराखंड से हैं और उन्होंने साद मियां खान के साथ एचबीटीआई कानपुर में पढ़ाई की है. वह पेशे से इंजीनियर हैं और उन्होंने आईआईटी कानपुर से एमटेक भी किया है. उन्होंने UPSC CSE 2017 में AIR 49 हासिल की और 2018 बैच के IAS अधिकारी बन गए.

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