पीडब्ल्यूसी की टिप्पणियां पूरी तरह आधारहीन और अनुचित : रिलायंस कैपिटल
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पीडब्ल्यूसी की टिप्पणियां पूरी तरह आधारहीन और अनुचित : रिलायंस कैपिटल

रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस कैपिटल ने कहा कि उसके खातों को लेकर प्राइस वाटरहाउस एंड कंपनी चार्टड अकाउंटेंट्स (PWC) द्वारा की गई टिप्पणियां 'पूरी तरह आधारहीन और अनुचित' हैं.

पीडब्ल्यूसी की टिप्पणियां पूरी तरह आधारहीन और अनुचित : रिलायंस कैपिटल

नई दिल्ली : रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप की कंपनी रिलायंस कैपिटल ने कहा कि उसके खातों को लेकर प्राइस वाटरहाउस एंड कंपनी चार्टड अकाउंटेंट्स (PWC) द्वारा की गई टिप्पणियां 'पूरी तरह आधारहीन और अनुचित' हैं. गौरतलब है कि बुधवार को रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस ने जानकारी दी थी कि पीडब्ल्यूसी ने उनके संवैधानिक ऑडिटर (लेखा परीक्षक) के काम से अपने आप को अलग कर लिया है.

ऑडिट समिति ने बचकाना कदम उठाया

इस बारे में पीडब्ल्यूसी ने कहा था कि उसने यह निर्णय कंपनियों की इस समय चल रही वित्त वर्ष 2018-19 के खातों की ऑडिट के संबंध में कुछ टिप्पणियों पर कंपनी की तरफ से असंतोषजनक जवाब मिलने के कारण किया है. इस पर नियामकीय जानकारी में रिलायंस कैपिटल ने कहा, 'पीडब्ल्यूसी की टिप्पणियां पूर्णतया आधारहीन और अनुचित हैं. पीडब्ल्यूसी ने ऑडिट समिति से संवैधानिक बातचीत किए बगैर ही यह बचकाना कदम उठाया है.

ऑडिटर की रिपोर्ट बता देगी कंपनी ने हेराफेरी नहीं की
रिलायंस कैपिटल ने कहा कि ऑडिट समिति ने पीडब्ल्यूसी की टिप्पणियों पर 15 दिन के भीतर एक स्वतंत्र रिपोर्ट देने का काम ऑडिटर पाठक एचडी एंड एसोसिएट्स को सौंपा है. कंपनी ने कहा कि पीडब्ल्यूसी के ऑडिट अवधि के दौरान किसी भी लोन के ट्रांसफर का सवाल ही नहीं उठता और न ही किसी बैंक भी ने कंपनी को नकदी उपलब्ध करायी है. कंपनी को अपने पर विश्वास है. ऑडिटर की स्वतंत्र रिपोर्ट बता देगी कि उसने कोई हेराफेरी नहीं की है.

रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस ने बुधवार को साफ कर दिया था कि वह पीडब्ल्यूसी के इस्तीफा देने के कारणों से इत्तेफाक नहीं रखती हैं. पीडब्ल्यूसी ने दावा किया है कि दोनों कंपनियां कई बार याद दिलाए जाने के बाद कुछ सवालों पर ऑडिट समिति को तय सयम में संतुष्ट करने में विफल रहीं. इसलिए उसने इस्तीफा दिया है. शेयर बाजारों को दी गई सूचना के अनुसार पीडब्ल्यूसी ने यह भी कहा है कि इन कंपनियों ने उससे कहा कि वे उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी कर सकती हैं. पीडब्ल्यूसी के अनुसार कंपनियों का यह रवैया उसे एक ऑडिटर के रूप में उसका काम करने से रोकता है.

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